संवाददाता

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः बिहार विधानसभा तथा अन्य राज्यों में हुए उपचुनावों में मिली करारी हाल के बाद कांग्रेस पार्टी का अंतर्कलह अब खुलकर सामने आ रही है। वरिष्ठ नेता अब बेधड़क पार्टी नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। पहले वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने सवाल उठाया, तो अब गुलाब नबी आजाद (Gulam Nabi Azad) ने पार्टी के काम करने के तौर-तरीके पर सवाल खड़ा किया है। आजाद ने कहा है कि पार्टी का निचले स्तर के कार्यकर्तओं से सम्पर्क टूट गया है।

आजाद ने कहा कि हमारे लोगों का ब्लॉक स्तर पर, जिला स्तर पर लोगों के साथ कनेक्शन टूट गया है। हमारी पार्टी ने जब कोई पदाधिकारी बनता है तो वह लेटर पैड छपवा लेता है, विजिटिंग कार्ड बनवा लेता है और वह समझता है कि बस मेरा काम खत्म हो गया। उन्होंने कहा कि काम तो उस समय से शुरू होना चाहिए।

इससे पहले कपिल सिब्बल ने एक साक्षात्कार (Kapil Sibbal Interview) में कहा, “राहुल गांधी डेढ़ साल पहले यह बात साफ कर चुके हैं कि वे अब कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बनना चाहते। उन्होंने यह भी कहा था कि मैं नहीं चाहता कि गांधी परिवार का कोई भी व्यक्ति उस पद पर काबिज हो। इस बात के डेढ़ साल बीत जाने के बाद मैं ये पूछता हूं कि कोई राष्ट्रीय पार्टी इतने लंबे समय तक अपने अध्यक्ष के बिना कैसे काम कर सकती है।“

उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी के भीतर आवाज उठाई थी। हमने अगस्त में चिट्ठी भी लिखी थी, लेकिन किसी ने हमसे बात नहीं की। मैं जानना चाहता हूं कि डेढ़ साल बाद भी हमारा अध्यक्ष नहीं है। कार्यकर्ता अपनी समस्या लेकर किसके पास जाएं।

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