बिजनेस डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः तमिलनाडु के निजी बैंक लक्ष्मी विकास बैंक (Laxmi Vilas Bank) से पिछले 24 घंटों के दौरान 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की निकासी हुई है। बैंक की शाखाओं पर बुधवार को खाताधारकों की भीड़ लगी रही। आपको बता दें कि आरबीआई ने मंगलवार को इस बैंक के खाताधारकों के लिए एक दिन में निकासी की रकम 25 हजार रुपये तय की थी। यह नियम एक महीने के लिए है। इसके बाद से लोग बैंक से पैसा निकालने लगे। इस बात की जानकारी बैंक के एडमिनिस्ट्रेटर टीएन मनोहरन ने दी।
उन्होंने बताया कि बैंक की शाखाओं में भारी दबाव है। ग्राहक अफवाह के कारण पैसे की निकासी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैंक की शाखाओं पर दबाव और बढ़ सकता है क्योंकि निकासी में निकासी में और तेजी आ सकती है। इसके मद्देनजर बैंक वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, दिव्यांग आदि ग्राहकों के लिए अलग से स्पेशल काउंटर बनाने की सोच रहा है।
आपको बता दें आरबीआई यानी भारतीय रिजर्व बैंक ने लक्ष्मी विकास बैंक के ग्राहकों के लिए निकासी की सीमा 25 हजार रुपये तय की है। हालांकि आपात स्थिति में पांच लाख रुपए तक निकाले जा सकते हैं। यह रकम इलाज, शादी, शिक्षा और अन्य जरूरी काम के लिए निकाली जा सकती है, लेकिन इसके लिए ग्राहकों को सबूत भी देना होगा। मनोहरन ने बताया कि आरबीआई का मोरेटोरियम 30 दिनों का है और हमें विश्वास है कि हम तब तक समस्या का समाधान कर लेंगे। डीहीएस ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है और वह 2,500 करोड़ रुपये की शुरुआती रकम का निवेश करेगा।
आपको बता दें तमिलनाडु के 94 साल पुराने लक्ष्मी विलास बैंक की देशभर में 563 शाखाएं हैं तथा कुल 4,100 कर्मचारी काम करते हैं। बैंक कुल जमा राशि 20 हजार करोड़ रुपये जबकि उधारी 17 हजार करोड़ रुपये है। बैंक को वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में 112 करोड़ का घाटा हुआ था। बैंक पिछले 15 महीनों से आरबीआई के प्राम्प्ट करेक्टिव एक्शन (पीसीए) के दायरे में है। बैंक का शेयर बुधवार को 20 पर्सेंट गिरकर 12.40 रुपये पर आ गया। जून में यह शेयर 25 रुपये पर था। तब से अब तक इसमें 50 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।