संवाददाता
प्रखर प्रहरी
पटनाः जेडीयू यानी जनता दल यूनाइटेड के सुप्रीमो नीतीश कुमार (Nitish Kumar Sapath News) आज शाम चार बजे सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले दो बड़ी खबरें सामने आ रही है। पहली सूचना यह है कि इस बिहार की एडीए सरकार में 12 पुराने चेहरे नहीं होंगे। वहीं दूसरी खबर यह है नीतीश के साथ शपथ लेने वाले नवरत्नों की लिस्ट भी राजभवन को भेज दी गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज जो नेता शपथ लेंगे उनमें छह जेडीयू, छह बीजेपी और हम और वीआईपी से क्रमशः एक-एक नेता होंगे। राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चाएं हैं कि नीतीश आज 14 नेताओं के साथ शपथ लेंगे। उधर राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्जा जोर-शोर से हो रही है कि तारकिशोर प्रसाद सुशील कुमार मोदी को रीप्लेस करेंगे यानी वह उपमुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि यह चर्जा रविवार से ही हो रही है। कटिहार से विधायक निर्वाचित हुए ताराकिशर प्रसाद ने भी एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान इस ओर इशारा किया। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह उपमुख्यमंत्री बन रहे हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि ‘लगता तो है’। चर्चा बेतिया से विधायक रेणु देवी के नाम को लेकर भी है। संभावनाएं जताई जा रही है कि वह भी उपमुख्यमंत्री बन सकती हैं।
मंत्रिमंडल के स्वरूप और आज होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को लेकर मुख्यमंत्री आवास में रविवार को शाम साढ़े छह बजे से लेकर देर रात तक मंथन का दौर चला। इस मंथन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा बीजेपी नेता देवेन्द्र फडणवीस, भूपेन्द्र यादव, संजय जायसवाल, नागेन्द्र जी, तारकिशोर प्रसाद, जेडीयू नेता विजय कुमार चौधरी और आरसीपी सिंह भी मौजूद थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेडीयू के कोटे से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री, जबकि बिजेन्द्र प्रसाद यादव मंत्री, वीआईपी से मुकेश सहनी, हम प्रमुख जीतन राम मांझी के पुत्र एमएलसी डॉ. संतोष सुमन मंत्री पद की शपथ लेंगे। वहीं, बीजेपी कोर्ट से तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी का शपथ लेना तय माना जा रहा है। यदि संख्या अधिक रहने पर मुहर लगी तो बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार, नंदकिशोर यादव, मंगल पांडेय, जेडीयू के श्रवण कुमार, नरेन्द्र नारायण यादव, महेश्वर हजारी आदि भी शपथ ले सकते हैं। साथ ही एक-दो नाम चौंकाने वाले भी हो सकते हैं।
सूत्रों की माने तो नई सरकार का पहला शपथ ग्रहण समारोह फिलहाल छोटे स्वरूप में होगा। सीएम समेत 14 मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी और बाद में विस्तार किया जाएगा। आपको बता दें कि बिहार में अधिकतम 36 मंत्री हो सकते हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनडीए की नई सरकार में 12 पुराने चेहरे नहीं होंगे। इनमें से दो का अब इस दुनिया में नहीं है। बीजेपी कोटे के पूर्व मंत्री विनोद सिंह और जेडीयू कोटे से पूर्व मंत्री कपिलदेव कामत का कोरोना के कारण का निधन हो चुका है। वहीं बाकी 10 चुनाव हार गए हैं। इनमें जेडीयू के आठ और बीजेपी के दो मंत्री शामिल हैं। बीजेपी के सुरेश शर्मा और ब्रजकिशोर बिंद जबकि जेडीयू के कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, जयकुमार सिंह, शैलेश कुमार, लक्ष्मेश्वर राय, संतोष निराला, खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, रमेश ऋषिदेव, रामसेवक सिंह विधानसभा चुनाव हार चुके हैं।