दिल्ली डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः भारत और आसियान की सामरिक भागीदारी हमारी साझा ऐतिहासिक, भौगोलिक और सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित है। यह बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 17वें भारत-आसियन शिखर सम्मेलन में कही। इस दौरान उन्होंने आसियान में भारत के समन्वयक देश थाईलैंड की प्रशंसा करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस जैसी चुनौती के बावजूद सभी ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है।
पीएम मोदी ने वर्जुअल माध्यम से भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेते हुए कहा, “ भारत और आसियान की सामरिक भागीदारी हमारी साझा ऐतिहासिक, भौगोलिक और सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित है। आसियान समूह शुरू से हमारी एक्ट ईस्ट पॉलिसी का मूल केंद्र रहा है। भारत की ‘इंडो पैसिफिक महासागरीय पहल’ और आसियान के ‘इंडो पैसिफिक पर दृष्टिकोण’ के बीच कई समानताएं हैं। सभी की सुरक्षा और विकास के लिए एक सामंजस्यपूर्ण और उत्तरदायी आसियान समय की जरूरत है। “
उन्होंने कहा कि भारत और आसियान के बीच आर्थिक, सामाजिक, डिजिटल, वित्तीय, समुद्री और अन्य हर प्रकार की कनेक्टिविटी को बढ़ाना हमारी प्रमुख प्राथमिकता है। पिछले कुछ सालों में हम इन सभी क्षेत्रों में करीब आए हैं। मुझे विश्वास है कि आज की हमारी बातचीत भले ही वर्चुअल माध्यम से हो रही हो, लेेकिन हमारे बीच की दूरी को और कम करने के लिये यह लाभदायक होगी।”