संवाददाता
प्रखर प्रहरी
नारनौलः रिपब्लिक भारत के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के विरोध में लोकतंत्र सेनानी संघ भी अब मैदान में उतर आया है। लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गोविंद भारद्वाज ने रविवार को कहा कि जिस तरह से रिपब्लिक भारत के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की गई, वह पूरी तरह से असंवैधानिक है और उसकी वह कड़ी निंदा करते हैं।उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से अर्नब को तुरंत रिहा करने की मांग की।
गोविंद भारद्वाज ने कहा कि 45 साल पहले देश में कांग्रेस ने आपातकाल लागू किया था। ठीक उसी तरह से महाराष्ट्र में कांग्रेस और शिवसेना की गठबंधन सरकार ने इस समय अघोषित आपातकाल लागू किया है। गोविंद भारद्वाज ने कहा कि यह पूरे भारत की जनता को मालूम है कि महाराष्ट्र की सरकार एक पत्रकार के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है। भारद्वाज ने कहा कि जिस तरह से 45 साल पहले से उन्होंने आपातकाल का दंश झेला था। महाराष्ट्र सरकार ने आज उसकी याद ताजा कर दी है।
उन्होंने कहा कि अर्नब गोस्वामी देश के एक प्रतिष्ठित चैनल के एडिटर इन चीफ हैं, कोई आतंकवादी नहीं कि इस तरह से उनके साथ बर्बर व्यवहार किया जाए। गोविंद भारद्वाज ने महाराष्ट्र सरकार से मांग अर्नब गोस्वामी को तुरंत रिहा करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि महाराष्ट्र सरकार ऐसा नहीं करती है, तो केंद्र सरकार को और देश के राष्ट्रपति को इस मामले में स्वयं संज्ञान लेना चाहिए। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को आगाह किया कि यदि अर्णब गोस्वामी को जल्द रिहा नहीं किया गया, तो देशभर के लोकतंत्र सेनानी अर्नब के समर्थन में सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे।