दिल्ली डेस्क

प्रखर प्रहरी

दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत को एक सुनियोजित आर्थिक रणनीति करार दिया है और  वैश्विक निवेशकों से न सिर्फ बड़े, बल्कि छाेटे शहरों में भी निवेश करने की अपील की है। मोदी ने गुरुवार को वुर्चअल माध्यम से आयोजित वैश्विक निवेशक गोलमेज की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने कहा किआत्मनिर्भर भारत सिर्फ परिकल्पना नहीं है बल्कि यह एक सुनियोजित आर्थिक रणनीति है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस वर्ष मजबूती से वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का सामना किया है और पूरी दुनिया ने भारत की राष्ट्रीय छवि को देखी है जो भारत की सच्ची ताकत है।

पीएम ने कहा कि भारत ने महामारी को एक जिम्मेदारी की तरह लिया गया है और इसमें राष्ट्रीय एकता एवं नवाचार काे देखा जा सकता है जिसके लिए भारतीय जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि नये भारत का निर्माण किया जा रहा है, जो पुरानी नीतियों से मुक्त होगा। भारत बेहतर के लिए बदल रहा है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर सिर्फ एक परिकल्पना नहीं है बल्कि यह  सुनियोजित आर्थिक रणनीति है। इस रणनीति में भारतीय कारोबार की क्षमता और भारत को वैश्विक विनिर्माण का प्रमुख केन्द्र बनाने में दक्ष श्रमिकों के कौशल का समावेश है। उन्होंने कहा कि देश की प्रौद्योगिकी की शक्ति को वैश्विक नवाचार केन्द्र के रूप में उपयोग करने का लक्ष्य तय किया गया है।

उन्होंने कहा कि निवेशक अब अपनी कंपनियों को वहां लेकर जा रहे हैं जहां उच्च पर्यावरणीय , सामाजिक और गवर्नेस है। िस दौरान उन्होंने भारत को एक ऐसे देश के रूप में प्रदर्शित किया। उन्होंने कहा कि भारत निवेशक लोकतंत्र, जनसांख्यिकी विधिधता, मांग के साथ ही विविधिता की पेशकश करता है। इससे निवेशकाें को एक ही बाजार में बहु बाजार मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि विनिर्माण क्षमता में सुधार के लिए कई पहल किये गये हैं। इसमें जीएसटी, सबसे कम कार्पोरेट कर और नये विनिर्माताओं के लिए फेसलेस आईटी अस्सेसमेंट की सुविधा शामिल है। नये श्रमिक कानून से श्रमिकों के कल्याण को संतुलित किया गया और नियोक्ताओं के लिए सुगम कारोबारी माहौल बनाया गया है।

 

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