जय माता दी। दोस्तों आज से शारदीय नवरात्रि शुरू हो रही है, जो 25 अक्टूबर तक रहेगी। नवरात्रि के पहले दिन यानी आज सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है, जिसका शुभ प्रभाव देशभर में रहेगा। दोस्तों आज माता रानी की कलश स्थापना की जाती है, जिसके लिए  दिनभर में तीन शुभ मुहूर्त हैं।

दोस्तों नवरात्र की शुरुआत  महाभाग्य, सत्कीर्ति और शश नाम के तीन राजयोग में हो रही है। सूर्य, चंद्रमा और शनि से बनने वाले इन शुभ योगों में नवरात्रि कलश स्थापना होना देश के लिए शुभ संकेत हैं। इस तरह ग्रहों की शुभ स्थिति से देश में फैली बीमारी से राहत मिलने की संभावना है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि मजबूत होगी और देश उन्नति करेगा। इस साल नवरात्र में नवमी तिथि दो दिन यानी 24 और 25 अक्टूबर को है। इसलिए देश के कुछ हिस्सों में दशहरा 25 को, तो कुछ हिस्सों में 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

आइए आपको बताते हैं कलश  स्थापना के शुभ मुहूर्त

  • वृश्चिक स्थिर लग्न मुहूर्त सुबह 8:36 से 10:53 तक है। इस दौरान कलश स्थापना करने से स्थिर सुख, समृद्धि और धन लाभ मिलता है।
  • अभिजित मुहूर्त सुबह 11:36 से दोपहर 12:24 तक है। ऐसी मान्यता है कि इस मुहूर्त में कलश  स्थापना करने से अच्छी सेहत, सौभाग्य और ऐश्वर्य बढ़ता है।
  • कुंभ लग्न दोपहर 2:26 से शाम 4:17 तक है। ऐसी मान्यता है कि इस लग्न में कलश स्थापना करने से पराक्रम बढ़ता है, दुश्मनों पर जीत और पद-प्रतिष्ठा भी मिलती है।

माता रानी के आगमन-प्रस्थान और शुभ मुहूर्त
इस साल देवी का धरती पर आगमन घोड़े पर और प्रस्थान भैंसे पर हो रहा है। इसका देश की राजनीति पर मिला-जुला असर पड़ेगा। कुछ हिस्सों में बड़े बदलाव हो सकते हैं। वहीं, तुला संक्रांति में नवरात्र शुरू होने से अशुभ फल में कमी आ सकती है। इस साल  नवरात्र में रवियोग, त्रिपुष्कर और सर्वार्थसिद्धि जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं। इनमें प्रॉपर्टी, व्हीकल और सुख-सुविधाओं के सामानों की खरीदारी करना शुभ रहेगा।

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