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नहीं रहे बिहार के पंजायती राज मंत्री कामत, कोरोना के कारण 69 साल की उम्र में निधन
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नहीं रहे बिहार के पंजायती राज मंत्री कामत, कोरोना के कारण 69 साल की उम्र में निधन

संवाददाता

प्रखर प्रहरी

पटनाः बिहार के पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत (Kapildev Kamat) अब हमारे बीच नहीं रहे। उनका गुरुवार और शुक्रवार की रात को निधन हो गया। वह 69 साल के थे।

कामत कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित थे और पटना एम्स (Patna Aiims) में उनका उपचार चल रहा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार सांस लेने में तकलीफ के कारण उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। काम बिहार सरकार के दूसरे ऐसे मंत्री है, जिनकी कोरोना की वजह से मौत हुई है। कामत से पहले मंत्री विनोद सिंह की कोविड-19 के कारण मृत्यु हो गई थी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्री कपिलदेव कामत के असामयिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा, “स्वर्गीय कपिलदेव कामत जमीन से जुड़े राजनेता थे। कैबिनेट में मेरे सहयोगी और एक कुशल प्रशासक थे। उनके असामयिक निधन से मुझे व्यक्तिगत रूप से दुख पहुंचा है। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में अपूरणीय क्षति हुई है।”

बेहद व्यवहार कुशल और मृदुभाषी कामत ने अंडर मैट्रिक तक की ही शिक्षा प्राप्त की थी। उन्होंने सक्रिय राजनीतिक की शुरुआत 1980 के बाद की थी। कामत ने 1980 के विधानसभा चुनाव में बाबूबरही विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी महेन्द्र नारायण झा के पक्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हालांकि बाद में कामत का संबंध विधायक महेन्द्र नारायण झा से खराब हो गया। कामत 1985 के विधानसभा चुनाव में बाबूबरही विधानसभा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़ा हुए, लेकिन चुनाव हार गए। इसके बाद कांग्रेस विधायक गुणानन्द झा के साथ राजनीति शुरू की थी।

कामत ने बाद में कांग्रेस से नाता तोड़ लिया और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र के जन कांग्रेस के संयोजक बन गए। 1990 के विधानसभा चुनाव में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. देवनारायण के पक्ष में उतरे और कांग्रेस प्रत्याशी महेन्द्र नारायण झा का पुरजोर विरोध किया। 1990 के विधानसभा चुनाव में महेन्द्र नारायण झा हार गए। इसके बाद कामत आरजेडी में चले गए थे। कामत को जेडीयू ने फरवरी 2005 बाबूबरही से अपना उम्मीदवार बनाया, लेकिन राजद के प्रो. उमाकान्त यादव से वह हार गए ।

जेडीयू ने नवंबर 2005 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर कामत पर भरोसा दिखाया और बाबूबरही से उतारा। इस बार कामत ने आरजेडी प्रत्याशी प्रो. उमाकान्त यादव को हरा दिया और विधायक बने। 2015 के विधानसभा चुनाव में बाबूबरही विधानसभा क्षेत्र से कपिलदेव कामत ने एलजेपी प्रत्याशी पूर्व विधान पार्षद विनोद कुमार साह को हराया था।

Shobha Ojha

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