संवाददाता

प्रखर प्रहरी

अमृतसरः  पंजाब के तरनतारन में अज्ञात हमलावरों ने शुक्रवार को घर में घुसकर शौर्य चक्र से सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता बलविंदर सिंह की हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि बलविंदर आज सुबह घर पर थे, तभी सुबह लगभग सात बजे कुछ अज्ञात हमलावर उनके घर में घुसे और गोलियां चलानी शुरू कर दी। इस घटना में बलविंदर की मौके पर ही मौत हो गई।

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता इकवाल सिंह लालपुरा ने बलविंदर की की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। बैंक डकैतियां, हत्याएं और माफिया राज को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होने कहा कि कामरेड बलविंदर सिंह ने आंतकवाद के दौर में आंतकवादियों से 13 वार लोहा लेते हुए कई आंतकवादियों को मार गिराया था।

उधर, बलविंदर के भाई रणजीत सिंह ने उनकी हत्या के पीछे आतंकवादियों का हाथ होने की आशंका जताई है। वहीं पुलिस अधिकारी अभी इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। बलविंदर को सुरक्षा मिली हुई थी,  जिसे राज्य सरकार ने हाल ही वापस ले लिया है। राज्य सरकार के इस फैसले का काफी विरोध हुआ था क्योंकि उन पर पहले भी हमला हो चुका था। 2017 में कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनके घर पर कई राउंड गोलियां चलाई थीं।

आपको बता दें कि पंजाब में जब आतंकवाद चरम सीमा पर था, तो बलविंदर सिंह पर 42 बार हैंड ग्रेनेड और रॉकेट लॉन्चर से हमले हुए थे। बलविंदर ने हर बार आतंकियों से लोहा लेते हुए कई आतंकियों को तब मार गिराया था। उनकी बहादुरी के लिए 1993 में तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा ने बलविंदर को  शौर्य चक्र से सम्मानित किया था। साथ ही पत्नी जगदीप कौर, भाई रणजीत सिंह और भूपिंदर सिंह को भी शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। बलविंदर के जीवन पर दूरदर्शन पर प्रसारित ‘पंजाब एक यात्रा’ तथा अन्य कई टेलीफिल्म भी बनी हैं।

 

 

 

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