संवाददाता

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः रेलवे ने आगामी त्योहारों के मद्देनजर 392 (196 जोड़ी) अतिरिक्त विशेष ट्रेनों को चलाने का फैसला लिया है। ये ट्रेनें 20 अक्टूबर से 30 नवंबर तक के सीमित समय के लिए चलेंगी। रलवे ने इन ट्रेनों को दुर्गापूजा, दिवाली और छठ महापर्व के लिए विभिन्न क्षेत्रों की मांग पर इन ट्रेनों को चलाने का फैसला लिया है। ये ट्रेने लखनऊ, कोलकाता, पटना, वाराणसी जैसी जगहों से परिचालित होंगी। इन ट्रेनों का किराया मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के मुकाबले 10 प्रतिशत से 30 प्रतिशत तक ज्यादा यानी अन्य स्पेशल ट्रेनों के बराबर होगा।

इन ट्रेनों में प्रतिदिन, सप्ताह में चार दिन , हफ्ते में एक दिन यानी सप्ताहिक ट्रेनें शामिल होंगी। रेलवे ने फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का ऐलान करते हुए कहा कि चूंकि ये सभी ट्रेनें सुपरफास्ट ट्रेनें होंगी, इसलिए इनकी स्पीड कम से कम 55 किमी प्रति घंटे होगी। रेलवे ने जोनल रेलवे को निर्देश दिया है कि इन ट्रेनों में एसी-3 कोच की ज्यादा संख्या के साथ चलाया जाए।

देश में इस समय चल रही हैं 550 ट्रेनें 

12 मई से अब तक रेलवे देशभर में करीब 550 मेल/एक्सप्रेस विशेष ट्रेन चला रहा है। इनमें 15 जोड़ी राजधानी विशेष ट्रेन, 100 जोड़ी लंबी दूरी की ट्रेनें भी शामिल हैं।

भोपाल और इटारसी में हाल्ट के बीच संचालित होंगी पांच जोड़ी विशेष ट्रेनों
त्योहारों में शुरू हो रहीं 392 विशेष ट्रेनों में पांच जोड़ी ट्रेनें भोपाल और इटारसी स्टेशनों पर हाल्ट लेंगी। इनमें समता, स्वर्ण जयंती और जयपुर-हैदराबाद स्पेशल भोपाल स्टेशन पर रुकेंगी, जबकि काशी और कामाख्या स्पेशल का हाल्ट इटारसी स्टेशन पर होगा।

लॉकडाउन से पहले की तुलना में चलेंगी 8.6 फीसदी कम ट्रेनें
फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों को मिलाकर सामान्य दिनों में संचालित होने वाली ट्रेनों की सिर्फ 8.6 फीसदी ट्रेनें ही संचालित होंगी। देश में लॉकडाउन से पहले लोकल, मेल, एक्सप्रेस, शताब्दी, राजधानी और दूरंतो को मिलाकर 11 हजार से अधिक ट्रेनों को संचालन होता था। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने हाल ही में कहा था कि रेलवे फेस्टिव सीजन में 200 से अधिक ट्रेनों को चलाने की योजना बनाई है। जरूरत पर इनकी संख्या बढ़ा सकते हैं।

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