विदेश डेस्क
प्रखर प्रहरी
ओस्लोः वर्ष 2020 का नोबेल शांति पुरस्कार (Nabel Peace Prize) संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेंसी डब्ल्यूएफपी यानी वर्ल्ड फूड प्रोग्राम को दिया जाएगा। नार्वे की नोबेल समित ने शुक्रवार को दुनियाभर में करोड़ों लोगों की भूख को मिटाने का सराहनीय प्रयास के लिए डब्ल्यूएफपी को वर्ष 2020 का नोबेल शांति पुरस्कार देने की घोषणा की।
समिति ने कहा, “डब्ल्यूएफपी ने भूख का इस्तेमाल एक हथियार और संघर्ष के रूप में होने से बचाने का काम किया है।”इस घोषणा के थोड़ी देर बाद वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने कहा कि वह इस पुरस्कार का 101वां विजेता है। इस वजह से यह अवसर और भी खास हाे जाता है। वहीं नोबेल समिति की अध्यक्ष बेरिट रीस एंडरसन ने कहा कि समिति भूखमरी का सामना कर रहे करोड़ों लोगों के प्रति विश्व का ध्यान खींचना चाहती थी।
उन्होंने कहा, “वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने खाद्य सुरक्षा को शांति का साधन बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।” उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी ने भी हर किसी को भोजन के महत्व का एहसास कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और महामारी के समय में वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने अपने प्रयासों को और भी तेज कर अपनी मजबूत क्षमता का प्रदर्शन किया है। आपको बता दें वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने 2019 में 88 देशों में भूखमरी के शिकार करीब 10 करोड़ लागों की सहायता की है।
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