संवाददाता
प्रखर प्रहरी
88वें भारतीय वायुसेना दिवस के मौके पर आज उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर आयोजित परेड में वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने हैरत अंगेज करनामे दिखाए। इस परेश में पहली बार राफेल लड़ाकू विमान भी शामिल हुआ। परेड में कुल 56 एयरक्राफ्ट ने हिस्सा लिया। इसमें राफेल के अलावा लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस, जगुआर, मिग-29, मिग-21, सुखोई-30 भी शामिल हुए।
इस कार्यक्रम में सीडीएस यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, चीफ ऑफ नेवल स्टाफ एडमिरल करमबीर सिंह और एयरफोर्स चीफ एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया मौजूद रहे। वहीं इस मौके पर भदौरिया ने कहा कि उत्तरी सीमा पर मौजूदा विवाद के बीच हमारे एयर वॉरियर्स ने जबरदस्त तेजी दिखाई। हमने कम समय में लड़ाकू एसेट्स तैनात किए और आर्मी की सभी जरूरतों को देखते हुए सपोर्ट दिया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा,”भारतीय वायुसेना ट्रांसफॉर्मेशनल बदलाव के दौर में है। हम एक ऐसे दौर में जा रहे हैं, जिसमें नए सिरे से वायुसेना की ताकत का इस्तेमाल होगा और इंटीग्रेटेड मल्टी-डोमेन ऑपरेशंस चलाए जाएंगे।” उन्होंने कहा कि यह साल असाधारण है। दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के बीच हमारे देश का रेस्पॉन्स मजबूत रहा। हमारे एयर वॉरियर्स के संकल्प को देखते हुए यह तय है कि वायुसेना मौजूदा दौर में पूरी क्षमता के साथ काम करती रहेगी। मैं देश को भरोसा देना चाहता हूं कि वायुसेना हर हाल में देश की सुरक्षा के लिए तैयार रहेगी।