दिल्ली डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने आज राज्यसभा में सांसदों को कोरोना से बचाव के तरीकों का पालन करने की सलाह दी। उन्होंने शून्य काल के दौरान सांसदों को एक-दूसरे की सीट और टेबल ऑफिस पर जाने से मना करते हुए कहा कि जब सदन की कार्यवाही शुरू हो जाए तो किसी भी सदस्य को टेबल ऑफिस पर नहीं जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने सांसदों से कहा कि मैं ये अपील करता हूं कि एक-दूसरे की सीट पर जाकर, झुककर कान में फुसफुसाइए मत। ऐसा करने से बचिए। यदि कोई बात कहनी है तो स्लिप दीजिए। पर्ची की इजाजत परीक्षा भवन में नहीं होती है, पर यहां इसकी इजाजत है।
इसके बाद एक सांसद ने जब मजाकिया अंदाज में पूछा कि क्या चाय पीने के लिए जा सकते हैं, तो नायडू ने कहा कि आप अनौपचारिक तौर पर स्लिप भेज सकते हैं। जहां तक संभव हो सकेगा ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने सदस्यों को अपने दफ्तर में ना आने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि लोगों से मिलना मुझे पसंद है, लेकिन मौजूदा हालात में तब, जब सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा जाए।
आपको बता दें कि सत्र के दौरान अपर हाउस के सदस्यों के लिए दोनों सदनों और दर्शकमें दीर्घा बैठने की व्यवस्था की गई है। 1952 के बाद से भारतीय संसद के इतिहास में पहली बार इस तरह की व्यवस्था की गई है। लोकसभा में सिर्फ 200 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है, जिनमें से 30 सदस्य गैलरी में बैठ रहे हैं। लोकसभा में ही एक बड़ा स्क्रीन लगाया गया है, जिसके माध्यम से राज्यसभा में बैठे लोकसभा के सदस्य भी नजर आ रहे थे।