संवाददाताः उत्तर प्रदेश की पवित्र नगरी अयोध्या में बनने जा रहे प्रभु श्री राम मंदिर में लगने वाले पत्थरों को जोड़ने के लिये तांबे के प्लेट का इस्तेमाल किया जायेगा। इसके लिये 18 ईंच लंबे, तीन मिलीमीटर गहरे और तीस मिलीमीटर चौड़े 10 हजार प्लेट की आवश्यकता पड़ेगी। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम भक्तों से इन प्लेटों को दान करने की अपील की है।
दानकर्ता तांबे के प्लेटों पर अपने परिवार, क्षेत्र अथवा मंदिरों के नाम गुदवा सकते हैं । इस प्रकार ये तांबे के प्लेट न केवल देश की एकात्मता का अभूतपूर्व उदाहरण बनेंगे बल्कि मंदिर निर्माण में सम्पूर्ण राष्ट्र के योगदान का प्रमाण भी देंगे । तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर का निर्माण कार्य तीन साल में पूरा होने की उम्मीद है । इस मंदिर का निर्माण भारत की प्राचीन निर्माण पद्धति से किया जायेगा और इसमें लोहे का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं होगा । मंदिर की आयु हजारों साल की होगी और इस पर भूकंप या अन्य दैवीय आपदा का कोई असर नहीं होगा ।