दिल्ली डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन में पिछले तीन महीने से चले आ रहे तिरोध को दूर करने को लेकर आज दोनों देशों के सैनिकों के बीच बैठक होगी। भारत और चीन सीमा के मामलों से संबंधित डबल्यूएमसीसी यानी सलाह और समन्वय तंत्र की इस बैठक में मुख्य रूप से सैनिकों के पीछे हटने और तनाव कम करने की प्रक्रिया पर बातचीत होगी। दोनों देशों की सेनाओं के कोर कमांडरों की बैठकों के विफल होने के बाद हो रही इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
आपको बता दें कि एलएसी यानी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर कुछ स्थानों पर यथास्थिति कायम करने में चीन की आना कानी के कारण सहमति नहीं बन पा रही है। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद वरिष्ठ कमांडरों की अगली बातचीत का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। इससे पहले डब्ल्यूएमसीसी की बैठक 24 जुलाई को हुई थी। चीन द्वारा गत मई में सीमा का अतिक्रमण किये जाने के बाद पिछले तीन महीने से दोनों सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में तनाव की स्थिति बनी हुई है। गत 15 जून को गलवान घाटी में दोनों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प भी हुई जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गये थे। झड़प में चीन के भी बड़ी संख्या में सैनिक हताहत हुए हैं, हालाकि चीन ने आधिकारिक तौर पर इस संख्या का खुलासा नहीं किया है।