संवाददाता
प्रखर प्रहरी
जयपुरः आज सबकी निगाहे राजस्थानी की राजनीति पर टिकी रहेंगी। पिछले कुछ दिनों से राज्य में बचे सियासी घमासान और कांग्रेस में बगावत थमने के बाद आज से 15वीं विधानसभा का पांचवां सत्र शुरू हो रहा है। इस सत्र में गहलोत सरकार विश्वास प्रस्ताव लाएगी। वहीं बीजेपी ने भी कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी पूरी कर ली है। उधर, बीएसपी ने कांग्रेस में गए अपने छह विधायकों को व्हिप जारी कर अविश्वास प्रस्ताव की स्थिति में कांग्रेस के खिलाफ मतदान करने को कहा है।

इस सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार है। कांग्रेस ने विधानसभा में पार्टी की रणनीति तैयारी करने के लिए 13 अगस्त को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के घर को विधायक दल की बैठक की। इसमें सचिन पायलट और उनके खेमे के 18 विधायक भी शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि जो हुआ उसे भुला दो, अपने तो अपने होते हैं। इन 19 विधायकों के बिना भी हम बहुमत साबित कर देते, लेकिन खुशी नहीं मिलती। गहलोत ने कहा कि हम खुद विश्वास प्रस्ताव लाएंगे। उन्होंने कहा कि जो विधायक नाराज हैं, उनकी नाराजगी दूर करेंगे।

इससे पहले बीजेपी ने भी 13 अगस्त को विधानसभा में पार्टी की रणनीति तय करने के लिए अपने विधायकों के साथ बैठक की। इस बैठक में राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्र कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल हुए। इस दौरान वसुंधरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जनता के लिए कुछ नहीं किया।

विधानसभा सत्र के लिए दो दिन का प्रश्नकाल तय कर लिया गया है। इसके लिए 500 से ज्यादा सवाल अभी तक विधानसभा के रिकॉर्ड पर लिए गए हैं। 17 और 18 अगस्त के प्रश्नकाल के लिए अभी तक चुने गए सवालों में से फोन टेपिंग से जुड़ा सवाल भी बाहर रखा गया है। वहीं बीजेपी फोन टेपिंग को प्रमुख मुद्दा बना कर घेरने का ऐलान कर चुकी है।

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