दिल्ली डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः देश की अर्थ व्यवस्था पर अब कोरोना वायरस का असर दिखने लगा है। इसके चलते एयर इंडिया अपने कुछ कर्मचारियों को निकालने तथा कुछ को बिना सेलरी के छुट्टी पर भेजने की योजना बना रही है। वहीं सिविल एविएशन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एयर इंडिया में इस फैसले सही करार दिया है। उन्होंने कहा कि एयर इंडिया के अस्तित्व बचाने के लिए खर्च में कटौती अनिवार्य थी और इसके लिए यह रास्ता उचित है।
पुरी ने 16 जुलाई को संवाददाता को संबोधित करते हुए कहा कि एयरलाइन को बचाने के लिए खर्च कम करना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि यदि एयरलाइन बंद हो जाएगी , तो किसी की नौकरी नहीं बचेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण सरकार पर काफी वित्तीय दबाव है । इस स्थिति में हर साल इक्विटी के रूप में 500-600 करोड़ रुपये की मदद दे पाना संभव नहीं है।
आपको बता दें कि एयर इंडिया ने सेवानिवृत्ति के बाद फिर से रखे गये कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है। साथ ही अनुबंध पर रखे जिन कर्मचारियों की अनुबंध की अवधि समाप्त हो गई है, उनका अनुबंध आगे नहीं बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके अलावा कुछ कर्मचारियों को छह महीने से पांच साल तक के बिना वेतन अवकाश पर भेजने की भी योजना बनाई है। इसके लिए कर्मचारी के स्वास्थ्य, कार्यक्षमता और अनुपस्थिति के पिछले रिकॉर्ड को आधार बनाया जायेगा। साथ ही पायलटों और केबिन-क्रू साथ वेतन कटौती पर भी बात चल रही है।