दिल्ली डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 जुलाई को विश्व कौशल दिवस के अवसर पर युवाओं से नये-नये कौशल सीखने और पुराने कौशल को उन्नत बनाने का की अपील की। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा एक डिजिटल कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए हुए उन्होंने कहा कि इससे तेजी से बदलते कारोबारी माहौल और बाजार स्थितियों में निरंतर प्रासंगिक बने रहने में मदद मिलेगी। इस मौके पर पीएम ने युवाओं को बधाई बधाई देते हुए कहा कि यह दुनिया सही मायनों में युवाओं की है क्योंकि उनमें सदैव नए कौशल हासिल करने की व्यापक क्षमता होती है।
प्रधानमंत्री के भाषण की अहम बातेंः
- सफल व्यक्ति की यही निशानी होती है कि वह अपनी स्किल बढ़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ता है, बल्कि नए-नए मौके ढूंढ़ता रहता। कुछ सीखने की ललक नहीं होने से जीवन ठहर जाता है। स्किल के प्रति आकर्षण जीने की ताकत देता है, उत्साह देता है। स्किल सिर्फ रोजी-रोटी और पैसे कमाने का जरिया नहीं, बल्कि जीवन में उमंग-उत्साह के लिए भी यह जरूरी है।
- मैं युवा अवस्था में ट्राइबल बेल्ट में वॉलंटियर के रूप में काम करता था। एक बार एक संस्था के साथ काम पर जाना था, लेकिन गाड़ी नहीं चल पाई। मैकेनिक को बुलाया तो उसने दो मिनट में गाड़ी ठीक कर दी। उसने 20 रुपए मांगे। एक साथी ने कहा कि दो मिनट के काम के 20 रुपए ले रहे हो। मैकेनिक ने कहा कि मिनट के 20 रुपए नहीं, बल्कि 20 साल से काम के जरिए जो स्किल जुटाई है, उसकी कीमत ले रहा हूं।
- मोदी ने कहा कि आप किताबें में पढ़ सकते हैं, यू-ट्यूब पर देख सकते हैं कि साइकिल कैसे चलती है। उसके पुर्जे कैसे होते हैं। ये सब नॉलेज है, लेकिन ये नॉलेज होने से जरूरी नहीं कि आप साइकिल चला पाएं। लेकिन, स्किल है तो आप साइकिल चला सकते हैं।
- हमारी कोशिश यही है कि भारत के युवाओं को दूसरे देशों की जरूरतों के बारे में भी सही और सटीक जानकारी मिल सके। किस देश में, किस सेक्टर में कौन से मौके हैं, इसकी जानकारी युवाओं को तेजी से मिल सके। मर्चेंट नेवी का उदाहरण लें तो दुनिया में सेलर की सबसे ज्यादा जरूरत है। हम दुनिया को लाखों सेलर दे सकते हैं और अपनी कोस्टल इकोनॉमी को भी मजबूत कर सकते हैं।
- -पीएम ने कहा कि चार-पांच दिन पहले देश में श्रमिकों की स्किल मैपिंग का एक पोर्टल भी शुरू किया गया है। यह पोर्टल स्किल्ड लोगों को, स्किल्ड श्रमिकों की मैपिंग करने में अहम भूमिका निभाएगा। इससे एंप्लॉयर एक क्लिक में ही स्किल्ड मैप वाले वर्कर्स तक पहुंच पाएंगे। छोटी-बड़ी हर तरह की स्किल आत्मनिर्भर भारत की बहुत बड़ी शक्ति बनेगी।
- वैश्विक महामारी के समय में हम बार-बार दोहराते रहे हैं कि स्वस्थ रहें। दो गज की दूरी का पालन करते रहें। मास्क पहनना न भूलेंष थूकने की आदत छोड़ने के लिए सबको समझाते रहें। जिस काम के लिए आज जुटे हैं उसके मंत्र को हमेशा याद रखिए कि कितने भी पढ़े-लिखें क्यों न हों, नई-नई स्किल बढ़ाते रहिए। इससे जिंदगी जीने का मजा आएगा। अपनी और देश की तरक्की कर पाएंगे।