दिल्ली डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः सीबीएसई 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाएं नहीं होंगी। बोर्ड ने इन परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया है। बोर्ड ने 25 जून कोे इस बात की जानकारी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौैरान दी। बोर्ड ने बताया कि अब स्टूडेंट्स का असेसमेंट उनकी पिछली तीन परीक्षाओं के आधार पर होगा। साथ ही उनके पास बाद में परीक्षा देने का विकल्प होगा।
आपको बता दें कि 12वीं की एग्जाम 1 से 15 जुलाई के बीच होनी थी। देशभर में इसके 12 सब्जेक्ट के पेपर बचे हैं। वहीं, उत्तर-पूर्वी दिल्ली में इन 12 के अलावा 11 और मेन सब्जेक्ट के पेपर बाकी हैं। य़े परीक्षाएं 18 मार्च को टाल दी गई थीं। वहीं, उत्तर-पूर्वी दिल्ली में ही सीबीएसई 10वीं के छह पेपर होना बाकी हैं। इस तरह 10वीं और 12वीं के कुल 29 सब्जेक्ट की एग्जाम देनी है।
परिजनों ने की है कोर्ट से परीक्षा रद्द करने की मांग
10वीं और 12वीं की परीक्षा देने वाले बच्चों के परिजनों ने सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दायर की है। इसमें मांग की गई है कि बोर्ड को एग्जाम्स रद्द कर देना चाहिए। याचिका में दलील दी गई कि सीबीएसई विदेशों में मौजूद 250 स्कूलों की परीक्षाएं रद्द कराने का फैसला पहले ही ले चुका है। पिटीशन में यह भी उदाहरण दिया गया कि कर्नाटक में परीक्षाओं के दौरान एक बच्चे के पिता कोरोना पॉजिटिव पाए गए और 24 स्टूडेंट्स को क्वारंटीइन होना पड़ा।
इसके अलावा महाराष्ट्र, दिल्ली और ओडिशा सरकार ने पिछले दिनों मानव संसाधन विकास मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर परीक्षाएओ रद्द करने की मांग की है। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा है कि दिल्ली में परीक्षाएं कराने के लिए स्कूलों में अभी जगह नहीं है।