संवाददाता
प्रखर प्रहरी
भुवनेश्वरः इस साल ओडिशा के पुरी में विश्व प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान गाजे-बाजे की धुन सुनाई नहीं देगी और नहीं श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई देगी। यहां आज भगवान जगन्नाथ का रथ यात्रा श्रद्धालुओं के बिना ही निकाली जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा रथ यात्रा की सशर्त मंजूरी दिये जाने के बाद प्रशासन ने तीर्थनगरी में सोमवार की रात से बुधवार तक पूरी फूल लॉकडाउन लागू कर रखी हैा। राज्य के पुलिस महानिदेशक अभय ने पुरी के निवासियों से ‘बड़ा डंडा’ ग्रैंड रोड पर नहीं निकलने की अपील की है। ‘बड़ा डंडा’ रथयात्रा के आयोजन से जुड़ा तीन किलोमीटर लंबा वह मार्ग है, जो श्री जगन्नाथ मंदिर के सिंह द्वार से शुरू होकर सारधा बाली के पास गुंडिचा मंदिर तक जाता है। प्रशासन पुरी के सभी प्रवेश मार्गाें को सील कर दिया है। किसी को भी तीर्थनगरी में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी।
राज्य के मुख्य सचिव आसित कुमार त्रिपाठी ने कहा कि आगंतुकों को पुरी में प्रवेश से रोकने के लिए पूरे शहर में कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लागू रहेंगी। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि रथ यात्रा मंगलवार को बगैर भक्तों के सुचारु रूप से आयोजित की जाएगी तथा कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए रथ यात्रा के संचालन पर निगरानी के लिए राज्य सशस्त्र पुलिस बल के 50 प्लाटून तैनात किया जाएगा।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 22 जून को ओडिशा के पुरी भगवान जगन्नाथ की यात्रा को सशर्त निकालने की इजाज दी थी। जीफ जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस एएस बोपन्ना और न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी की बेंच ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनवाई करने के बाद कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर रथयात्रा निकालेगी और सुरक्षा के उपाय करेगी।