Deprecated: The PSR-0 `Requests_...` class names in the Requests library are deprecated. Switch to the PSR-4 `WpOrg\Requests\...` class names at your earliest convenience. in /home1/prakhndx/public_html/wp-includes/class-requests.php on line 24
मोदी को मनमोहन की नसीहत, देश की सुरक्षा-अखंडता प्रभावित करने वाले शब्दों का इस्तेमाल न करें
Subscribe for notification

मोदी को मनमोहन की नसीहत, देश की सुरक्षा-अखंडता प्रभावित करने वाले शब्दों का इस्तेमाल न करें

दिल्लीः पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को सीमा से जुड़े मुद्दे पर सावधानी से बयान देने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि मोदी को इस नाजुक दौर में ऐसे शब्दों के प्रयाेग से बचना चाहिए, जिनसे देश की सुरक्षा एवं अखंडता प्रभावित हो और चीन के षडयंत्रकारी रुख को बल मिले।

डॉ. सिंह ने 22 जून को यहां कहा कि देश इतिहास के एक नाजुक मोड़ पर खड़ा है। इस समय सरकार जो भी निर्णय लेगी और जो कदम उठाएगी वह देश का भविष्य तय करेंगे। इस स्थिति में जिनके कंधों पर देश का नेतृत्व है, उन्हीं कंधों पर कर्तव्य का गहन दायित्व भी है। हमारी व्यवस्था में यह दायित्व देश के पीएम का है और वह जो भी फैसला लेंगे भविष्य की दिशा तय करेगा।
उन्होंने कहा कि पीएम को अपने शब्दों तथा एलानों द्वारा देश की सुरक्षा एवं सामरिक तथा भूभागीय हितों  पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति सदैव बेहद सावधान होना चाहिए। पीएम को अपने बयान से उनके (चीन) षडयंत्रकारी रुख को बल नहीं देना चाहिए तथा यह  सुनिश्चित करना चाहिए कि सरकार के सभी अंग इस खतरे का सामना करने तथा स्थिति  को और ज्यादा गंभीर होने से रोकने के लिए परस्पर सहमति से काम करें।

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि देश किस दिशा में जाएगा इस बारे में फैसला सरकार को करना है और ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री का दायित्व और भी बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि वह पीएम तथा केंद्र सरकार से आग्रह करते हैं कि वे वक्त की चुनौतियों  का सामना करें और कर्नल बी. संतोष बाबू और हमारे सैनिकों की कुर्बानी की  कसौटी पर खरा उतरें जिन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा एवं अपने भूभागीय अखंडता के  लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। इससे कुछ भी कम जनादेश से ऐतिहासिक विश्वासघात होगा। हम सरकार से कहना चाहेंगे कि भ्रामक प्रचार कभी भी कूटनीति तथा मजबूत नेतृत्व का विकल्प नहीं हो सकता। पिछलग्गू सहयोगियों द्वारा प्रचारित झूठ के आडंबर से सच्चाई को नहीं दबाया जा सकता। उन्होंने कहा कि देश के सैनिकों ने चीन सीमा पर सर्वोच्च बलिदान दिया है और हम अपने इन सपूतों के ऋणी हैं। हमारे बहादुर जवानों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाने पाए इसके लिए हर घुसपैठ का करारा जवाब देना है और षडयंत्रकारी के दबाव तथा धमकियों के सामने झुकना नहीं है। पूरे देश को इस चुनौती का एकजुट होकर जवाब देना है।

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि चीन ने अप्रैल से लेकर आज तक भारतीय  सीमा में गलवान घाटी एवं पांगोंग त्सो लेक में कई बार जबरन घुसपैठ की  है। हम न तो उनकी धमकियों तथा दबाव के सामने झुकेंगे और न ही अपनी भूभागीय  अखंडता से कोई समझौता स्वीकार करेंगे। यही समय है जब पूरे राष्ट्र को एकजुट होना है तथा संगठित होकर इस दुस्साहस का जवाब देना है।

General Desk

Recent Posts

खालिस्तानी पन्नू की हत्या की साजिश का आरोपी विकास ने बताया जान को खतरा, अदालत से लगाई पेशी से छूट देने की गुजारिश

दिल्लीः खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में आरोपी विकास यादव ने अपनी जान को खतरा बताया…

2 days ago

शोध पर लालफीताशाही भारी, आजकल सारा उद्देश्य पेट भरने का, चार प्रतिशत जनसंख्या वालों को 80 प्रतिशत संसाधन चाहिएः डॉ. भागवत

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे गुरुग्रामः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा है कि  आज कर…

3 days ago

PoK में नहीं होगा चैंपियंस ट्रॉफी का टूर, ICC ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को मना किया

स्पोर्ट्स डेस्क8 ICC यानी इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने पीओके यानी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चैंपियंस ट्रॉफी का टूर…

4 days ago

अब छात्र दो साल में ही पूरा कर सकेंगे ग्रेजुएशन, UGC अगले साल तक ला सकता है नई पॉलिसी; कमजोर विद्यार्थी 05 साल तक बढ़ा सकेंगे कोर्स ड्यूरेशन

दिल्लीः अब विद्यार्थी दो साल में ही ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर सकेंगे। UGC यानी यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन अगले अकादमिक…

4 days ago

अहिल्याबाई होलकर ने नष्ट हो चुके राष्ट्र के सम्मान एवं गौरव को स्थापित करने का काम कियाः कृष्ण गोपाल

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने गुरुवार को कहा है कि पुण्यश्लोक…

4 days ago