दिल्ली डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः 21 जून यानी रविवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योगाभ्यास कर लोगों को तन-मन स्वस्थ रखने का संदेश दिया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्रियों, विभिन्न राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और भारत वासियों सहित दुनिया के अनेक देशों में लोगाें ने आज योगाभ्यास किया।
इस मौके पर राष्ट्रपति कोविंद ने योग करते हुये अपनी तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि सबको अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई! प्राचीन योग विज्ञान मानवता को भारत का अमूल्य उपहार है। मुझे प्रसन्नता है कि अधिकाधिक लोग योग को जीवन में अपना रहे हैं। संघर्ष और तनाव के बीच, विशेष रूप से कोविड-19 के इस दौर में शरीर को स्वस्थ एवम् मन को शांत रखने में योगाभ्यास सहायक सिद्ध होगा।
वहीं उपराष्ट्रपति वेंकैया ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए अपने संबोधन में कहा कि कोविड-19 संक्रमण के दौर में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग एक बेहतरीन साधन है। उन्होंने कहा कि योग पूरी मानवता को भारत की अमूल्य भेंट है जिसने विश्व भर में करोड़ों लोगों के जीवन को संवारा है। उन्होंने ‘यूनिसेफ किड पॉवर’ के तहत बच्चों के लिए 13 योग अभ्यास और मुद्रायें सिखाए जाने की सराहना करते हुए कहा कि योग बचपन से ही सिखाया जाना चाहिए।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि 5000 साल पुरानी योग परम्परा मात्र शारीरिक अभ्यास ही नहीं है बल्कि एक विज्ञान है। यह संतुलन, मुद्रा, सौष्ठव, समभाव, शांति तथा समन्वय पर बल देता है। योग के तमाम अंग जैसे मुद्रा, श्वसन क्रिया का अभ्यास, ध्यान सम्मिलित रूप से मन और शरीर में अनेक प्रकार के सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए योग की असीम संभावनाओं पर व्यापक वैज्ञानिक शोध होना चाहिए।
वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने आज के दिन को एकजुटता और विश्व बंधुत्व का संदेश देने वाला दिन बताया और कहा कि कोरोना श्वसन तंत्र पर अटैक करता है तथा प्राणयाम इसे मजबूत। प्राणयाम से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। मोदी ने कहा कि आज हम सामूहिक कार्यक्रमों से दूर रहकर घर पर ही परिवार के लोगों के साथ योग कर रहे हैं। जब परिवार के सब लोग एक साथ जुटते हैं, तो एक ऊर्जा का संयोग होता है। यह फैमिली बॉन्डिंग को भी बढ़ाने का भी दिन है। जो हमें जोड़े, साथ लाये वही तो योग है, जो दूरियों को खत्म करे, वही तो योग है। कोरोना महामारी के कारण दुनिया योग की जरूरत को पहले से भी ज्यादा महसूस कर रही है।