Deprecated: The PSR-0 `Requests_...` class names in the Requests library are deprecated. Switch to the PSR-4 `WpOrg\Requests\...` class names at your earliest convenience. in /home1/prakhndx/public_html/wp-includes/class-requests.php on line 24
हमारी सीमा में किसी ने घुसपैठ नहीं की,ना ही चीन ने किसी पोस्ट पर कब्जा कियाः मोदी
Subscribe for notification

हमारी सीमा में किसी ने घुसपैठ नहीं की,ना ही चीन ने किसी पोस्ट पर कब्जा कियाः मोदी

दिल्ली डेस्क

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हमारी सीमा में किसी ने घुसपैठ नहीं की और ना ही चीन ने हमारी किसी पोस्ट पर कब्जा किया। हमारे 20 जवान शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता को चुनौती दी थी, उन्हें वे सबक सिखाकर गए हैं।पीएम मोदी ने यह बातें पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर मौजूदा स्थिति और गलवान घाटी में में भारतीय सैनिकों की शहादत के मुद्दे पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कहीं।

इस बैठक अधिकतर पार्टियों का सरकार को साथ मिला। इस मीटिंग में 20 दलों को आमंत्रित किय गया था। इनमें से 10 दलों ने खुलकर सरकार का समर्थन किया और कहा कि इस समय में हम सभी एक हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने अपनी सेनाओं को कदम उठाने की पूरी छूट दे रखी है। हमारी एक इंच जमीन पर भी कोई नजर नहीं डाल सकता है।  

राजनीतिक दलो मोदी का संदेश

  • हमारी सीमा में किसी ने घुसपैठ नहीं की और ना ही चीन ने हमारी किसी पोस्ट पर कब्जा किया। हमारे 20 जवान शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता को चुनौती दी थी, उन्हें वे सबक सिखाकर गए हैं। उनके शौर्य को पूरा देश याद रखेगा। उनके बलिदान से सभी आहत हैं।
  • सेना जवान तैनात करने हैं, एक्शन लेना है। हमारे देश की रक्षा के लिए सशस्त्र सेनाओं को जल, थल, नभ से जवाब देना है, जो कुछ भी करना है, वो करेंगी।
  • हमारी सेना देश की रक्षा के लिए कसर नहीं छोड़ रही है। आज हमारे पास वह ताकत है कि कोई हमारी एक इंच जमीन पर भी नजर नहीं डाल सकता। भारतीय सशस्त्र सेनाओं के पास आज वह क्षमता है कि वह कई मोर्चों पर एक साथ लड़ सकती हैं।
  • हमने जहां एक तरफ सेना को अपने स्तर पर उचित कदम उठाने की छूट दी है, वहीं दूसरी तरफ राजनयिक जरियों से भी चीन को अपनी बात दो टूक स्पष्ट कर दी है। भारत शांति और दोस्ती चाहता है, लेकिन अपनी संप्रभुता की रक्षा हमारे लिए सर्वोपरी है। आप सबने इसी भाव को प्रकट किया है।
  • बीते पांच साल में देश ने अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए सीमाई इलाकों में बुनियादी ढांचे को बढ़ाने पर जोर दिया। फाइटर प्लेन, आधुनिक हेलिकॉप्टर, मिसाइल डिफेंस सिस्टम पर भी हमने जोर दिया है।
  • नए इन्फ्रास्ट्रक्चर की वजह से खासकर एलएसी में हमारी निगरानी की क्षमता बढ़ गई है। पेट्रोलिंग की वजह से सतर्कता बढ़ी है।एलएसी पर हो रही गतिविधियों के बारे में भी पता चला है। जिन इलाकों में पहले नजर नहीं रहती थी, वहां पर भी हमारे जवान निगरानी और एक्शन ले पा रहे हैं।
  • अब तक जिनको कोई पूछता नहीं था, कोई रोकता नहीं था। अब हमारे जवान डगर-डगर पर उन्हें रोकते और टोकते हैं।हमारे जवान कठिन परिस्थितियों में तैनात रहते हैं और इन्फ्रास्ट्रक्चर की मदद से उन्हें साजो-सामान पहुंचाने में आसानी होती है।
  • देश और देशवासियों का हित हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। कनेक्टिविटी, काउंटर टेररिज्म हो, भारत ने कभी किसी बाहरी दबाव को स्वीकार नहीं किया। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जो जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण है, उसे इसी तरह तेज गति से किया जाता रहेगा।
  • सभी को, सभी राजनीतिक दलों को आश्वस्त करता हूं कि हमारी सेनाएं सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम हैं। हमने उन्हें कार्रवाई की पूरी छूट दी हुई है।
  • आपके सुझाव हमारे लिए फायदेमंद होंगे। आप सभी आगे आए। इससे सेना का मनोबल बढ़ेगा, देश का मनोबल बढ़ेगा और दुनिया को जो संदेश जाना चाहिए, वह पहुंचेगा।

सोनिया के तीन सवाल

  • इस बैठक को काफी पहले होना चाहिए था। इस मंच पर भी काफी कुछ अंधेरे में ही है। मोदी सरकार बताए कि चीन के सैनिकों ने घुसपैठ कब की? सरकार को इस बारे में कब पता चला?
  • क्या सरकार के पास सैटेलाइट इमेज नहीं थी? इन असामान्य गतिविधियों के बारे में कोई इंटेलीजेंस रिपोर्ट नहीं मिली थी?
  • माउंटेन स्ट्राइक कोर की मौजूदा स्थिति क्या है? देश यह भरोसा चाहता है कि सीमा पर पहले जैसे हालात स्थापित हो जाएंगे। विपक्षी पार्टियों को इस बारे में लगातार जानकारी दी जाए।

इन दलों ने दिया सरकार का साथ

  • तृणमूल कांग्से अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक देश के लिए अच्छा संदेश है। इससे यह जाहिर होता है कि हम अपने जवानों के साथ हैं और एक हैं। तृणमूल मजबूती से सरकार के साथ खड़ी है। टेलीकॉम, रेलवे और एविएशन में चीन को दखल नहीं देने देंगे। हमें कुछ समस्याएं आएंगी, पर हम चीनियों को नहीं घुसने देंगे।उन्होंने कहा कि चीन में कोई लोकतंत्र नहीं है। वे वह कर सकते हैं, जैसा महसूस करते हैं। दूसरी तरफ हम सबको साथ मिलकर काम करना है। भारत जीतेगा, चीन हारेगा। एकता से बात करें, एकता की बात करें, एकता से ही काम करें।
  • जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे देश में चीन के खिलाफ गुस्सा है। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं होना चाहिए। हम साथ हैं। राजनीतिक दलों को कोई मतभेद नहीं दिखाना चाहिए, जिसका दूसरे देश फायदा उठा सकें। भारत के प्रति चीन का नजरिया जाहिर है। भारत चीन को सम्मान देना चाहता है, लेकिन उसने 1962 में क्या किया। उन्होंने कहा कि भारतीय बाजार में चीनी सामान की बाढ़ बहुत बड़ी समस्या है। हमें एक साथ रहना है और केंद्र को सपोर्ट करना है।
  • शिवसेना प्रमुख एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। चीन का चरित्र ही धोखा देना रहा है। भारत मजबूत है, मजबूर नहीं। हमारी सरकार के पास ताकत है कि वह आंखें निकाल कर हाथ में दे देगी।
  • समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने कहा कि पाकिस्तान और चीन की नीयत सही नहीं है। भारत चीन का डंपिंग ग्राउंड नहीं है। चीन के सामानों पर भारत को तीन सौ प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगा देनी चाहिए।
  • सिक्किम क्रांतिमोर्चा के चीफ एवं मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि हमें प्रधानमंत्री पर पूरा भरोसा है। इससे पहले भी जब राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले उठे तो प्रधानमंत्री ने ऐतिहासिक फैसले लिए हैं।
  • टीआरएस प्रमुख एवं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि कश्मीर में विकास के प्रधानमंत्री के एजेंडे से चीन भी खफा है। आत्मनिर्भर भारत का नारा भी चीन को परेशान कर रहा है।
  • द्रमुक नेता एमके स्टालिन ने कहा कि जब भी देशभक्ति की बात आती है तो हम सभी एक हैं। प्रधानमंत्री ने चीन के मुद्दे पर हाल में जो बयान दिया है, हम उसका स्वागत करते हैं।
  • एनपीपी नेता कोनराड संगमा ने कहा कि सीमा पर इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने का काम नहीं रुकना चाहिए। म्यांमार और बांग्लादेश में चीन की गतिविधियां परेशान करने वाली हैं। उत्तर-पूर्व के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने का जो काम प्रधानमंत्री कर रहे हैं, वो रुकना नहीं चाहिए।
  • बीजद नेता पिनाकी मिश्रा ने कहा कि चीन ने इतिहास को दोहराया है। एक बार फिर उसने अंधेरे में कायरतापूर्वक हमारे सैनिकों पर हमला किया है। उन सैनिकों पर हमला किया, जो शांति का संदेश लेकर गए थे।
  • वाईएसआर चीफ एवं आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत का कदम पूरी दुनिया में बढ़ाया है। उन्होंने पूरी दुिनया में अहम कूटनीतिक संधियां की हैं। प्रधानमंत्रीजी आप हमारी ताकत हैं। भारत से कई लोग जल भी रहे हैं। चीन भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है।
  • राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि हमें इस संवेदनशील मुद्दे का सम्मान करना चाहिए। सैनिक हथियार ले गए थे या फिर नहीं, यह फैसला अंतरराष्ट्रीय समझौतों के तहत किया गया है।
  • भाकपा नेता डी राजा ने कहा कि हमें अमेरिका की उन कोशिशों का विरोध करना चाहिए, जिनके जरिए वो हमें अपने साथ मिलाना चाहता है।

इस आधार पर किया गया था राजनीतिक दलों को आमंत्रित

  • सूत्रों के मुताबिक सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक दलों को चार क्राइटेरिया के आधार पर आमंत्रित किया गया था। पहलाः सभी नेशनल पार्टी, जिन पार्टियों के लोकसभा में पांच सांसद हैं।, पूर्वोत्तर की प्रमुख पार्टियां और जिन पार्टियों के नेता केंद्रीय कैबिनेट में शामिल हैं।
General Desk

Recent Posts

गेहूं पर MSP 150 रुपये बढ़ी, दाम 2,425 रुपये क्विंटल, सरसों-तिलहन में 300 रुपये का इजाफा, चना, मसूर, जौ और कुसुम में भी हुई बढ़ोतरी

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः दीपावली से पहले केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने बुधवार…

2 days ago

दीपावली से पहले केंद्रीय कर्मचारियों को महंगाई का तोहफा, सरकार ने की डीए में तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी, जानें अब कितनी मिलेगी सैलरी

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः केंद्र सरकार ने बुधवार को एक करोड़ से अधिक कर्मचारियों और पेंशनरों को दीपावली से…

2 days ago

उमर अब्दुल्ला बने केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री, जानिए अब्दुल्ला परिवार की पूरी कहानी

श्रीनगरः केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में निर्वाचित नई सरकार का गठन हो गया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर…

2 days ago

पाकिस्तान की धरती से पाकिस्तान और चीन पर बरसे जयशंकर, सीमा पार आतंकवाद, संप्रभुता…जानें किन-किन मुद्दे पर पड़ोसी मुल्कों को लगाई फटकार

इस्लामाबाद: भारत के विदेश मंत्री डॉक्‍टर एस जयशंकर ने बुधवार को पाकिस्तान की धरती से चीन और पाकिस्‍तान को कड़ा…

2 days ago

झारखंड में दो चरणों में होगा मतदान, 13 और 20 नवंबर को होगी वोटिंग, 23 नवंबर को आएंगे नतीजे

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः झारखंड विधानसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है। राज्य में विधानसभा की 81 सीटों पर…

3 days ago