दिल्ली डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 जून को वैश्विक महामारी से उत्पन्न स्थित पर मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक ही। इस दौरान उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कोविड-19 के संक्रमण पर अंकुश लगाने पर जोर दिया। मोदी ने कहा कि हम जितनी सफला कोरोना को नियंत्रित करने में हासिल करेंगे, उतनी ही अधिक हमारी अर्थव्यवस्था खुलेगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। कोरोना संकट के पीए मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ यह छठी बैठक थी।
मोदी इससे पहले कोविड-19 से उत्पन्न स्थिक पर मुख्यमंत्रियों के साथ 20 मार्च, 2 अप्रैल, 11अप्रैल और 27 अप्रैल और 11 मई चर्चार कर चुक हैं। उन्होंने मुख्यमंत्रियों संग चर्चा के दौरान कहा कि अब देश खुल चुका है और लोगों की मेहनत से जीवन पटरी पर लौट रहा है लेकिन हमें अत्यंत अधिक सर्तक रहने की जरूरत है। थोड़ी सी लापरवाही हमारी पिछले दो तीन महीनों की तपस्या और मेहनत पर पानी फेर सकती है। उन्होंने कहा कि अनलॉक वन का सबसे बड़ा सबक यही है कि यदि हम नियम और अनुशासन का पालन करेंगे तो कोरोना संकट से कम से कम नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए चेहरे पर मास्क और दो गज की दूरी के नियम का सख्ती से पालन करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि हमें इस बात का हमेशा ध्यान रखना है कि हम कोरोना को जितना रोक पाएंगे, उतना ही हमारी अर्थव्यवस्था खुलेगी, हमारे दफ्तर खुलेंगे, मार्केट खुलेंगे, ट्रांसपोर्ट के साधन खुलेंगे, और उतने ही रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।
पीएम ने आज जिन राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ संवाद की उनमें पंजाब, असम , केरल, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ , त्रिपुरा,माचल प्रदेश, चंडीगढ , गोवा, मणिपुर, नगालैंड, लद्दाख, पुड्डचेरि, अरूणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, अंडमान निकोबार द्वीप, दादर नागर हवेली और दमन दीव, सिक्किम और लक्षद्वीप शामिल हैं। मोदी बुधवार को महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, बिहार , आन्ध्र प्रदेश, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, तेलंगाना और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करेंगे।