केंद्र सरकार के शीर्षस्थ विधि अधिकारी अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल एक साल तक और अपने पद पर बने रहेंगे। उन्होंने इसके लिए अपनी सहमति दे दी है।
सूत्रों के अनुसार वेणुगोपाल ने इस बाबत केंद्र सरकार का अनुरोध स्वीकार कर लिया है। एटॉर्नी जनरल के रूप में उनका तीन साल का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है। सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार ने उनके कार्यकाल के एक साल का विस्तार देने के लिए सहमति मांगी थी, जिसके लिए वेणुगोपाल ने हामी भर दी है। वेणुगोपाल संवैधानिक मामलों के विशेषज्ञ रहे हैं और एटॉर्नी जनरल के रूप में उन्होंने आधार, राफेल आदि जैसे महत्वपूर्ण मामलों में केंद्र का सफलता पूर्वक बचाव किया है। वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी के व्यक्तिगत कारणों का हवाला देकर एटॉर्नी जनरल के पद से इस्तीफा देने के बाद वेणुगोपाल को जून 2017 में देश का 15 वां एटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया था।