स्पोर्ट्स डेस्क

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः आईसीसी) ने गेंद पर मुंह की लार का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है। आईसीसी नेे आज इस संबंध में पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले के नेतृत्व वाली तकनीकी समिति के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की। साथ ही आईसीसी ने किसी खिलाड़ी के संक्रमित होने पर सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी की अनुमति दे दी है।

आईसीसी के मौजूदा नियमों के अनुसार मैच में सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी की तभी अनुमति होती है जब किसी खिलाड़ी के सिर में चोट लग जाए और वह खेलने की स्थिति में ना रहे। लेकिन कोरोना संकट के देखते हुए सब्स्टीट्यूट की मांग की जा रही थी। अबआईसीसी ने टेस्ट मैच के दौरान किसी खिलाड़ी में कोरोना लक्षण दिखने पर कोरोना सब्स्टीट्यूट की इजाजत दे दी है। मैच के दौरान किसी भी खिलाड़ी में कोरोना के लक्ष्ण दिखने पर मैच रेफरी सिर पर चोट लगने के मामले की तरह ही इस बाबत फैसला लेगा। हालांकि यह नियम सीमित ओवर की क्रिकेट में लागू नहीं होगा।

आईसीसी ने हालांकि शुरुआती तौर पर नियम के उल्लंघन पर कुछ ढील देने की पेशकश की है क्योंकि गेंदबाजों को इसकी आदत है। आईसीसी के नियम के तहत अगर कोई खिलाड़ी गेंद पर मुंह की लार का इस्तेमाल करता है तो उसे चेतावनी दी जाएगी।अंपायर टीम को दो बार इस नियम का उल्लंघन करने पर चेतावनी देंगे। इसके बाद फिर ऐसा होने पर बल्लेबाजी कर रही टीम को पांच अतिरिक्त रन दिए जाएंगे। गेंद पर मुंह की लार का इस्तेमाल अनजाने में हुआ है या नहीं इसका फैसला भी अंपायर करेंगे। अगली गेंद डालने से पहले गेंद को संक्रमण मुक्त करने की जिम्मेदारी भी अंपायर की होगी।  
       

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here