संवाददाता
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः कांग्रेस ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की वर्जुअल रैली को बिहार के लोगों के साथ अन्याय बताया है। पार्टी का कहना है कि बिहार के प्रवासी श्रमिक अभी लॉकडाउन की पीड़ा से कराह रहे हैं तथा देश मे जगह-जगह फंसे है। ऐसी स्थिति में बीजेपी अमित शाह की वर्चुअल चुनावी रैली आयोजित कर रही है। यह बिहार के लोगों के साथ अन्याय है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश प्रसाद सिंह ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शाह ने रविवार को चंपारण में चुनावी बिगुल फूंक कर बिहार के साथ नाइंसाफी की है। बिहार में अभी प्रवासी श्रमिकों के घर लौटने की बदहाली का घाव भर नहीं है। ऐसे समय में बीजेपी ने यहां के लोगों के घाव पर नमक छिड़कने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि बिहार हर मानक पर पिछड़ा हुआ है। देश के तीसरे सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य में कोरोना के टेस्ट भी नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के प्रवासी श्रमिक अभी भी विभिन्न राज्यों में फंसे है। राज्य सरकार को सबसे पहले उन्हें वापस उनके घर लाने का काम करना चाहिए।
उन्होंने बीजेपी पर शाह की रैली के लिए एक लाख फोन बांटने का भी आरोप लगाया।