कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी की ‘आत्मनिर्भरता’ की घोषणा को आधारहीन और हवाई घोषणा करारा दिया है। पार्टी ने कहा है कि इसके लिए शोध तथा विकास कार्य जरूरी है, जिस पर किसी का ध्यान ही नहीं है। पार्टी का कहना है कि मोदी की यह घोषणा भी जुमला ही साबित होगी।
पार्टी प्रवक्ता कपिल सिब्बल ने पांच जून को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शोध तथा विकास पर सरकार जब ध्यान देगी तो इनोवेटिव काम सामने आएंगे, लेकिन हमारे यहां इस पर ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है। निजी और सरकारी स्तर पर कोई भी शोध कार्य नहीं हो रहा है क्योंकि सरकार बुनियादी काम करने की बजाय सिर्फ घोषणाओं और वादों पर ध्यान दे रही है। शोध और विकास का काम जुमलेबाजी से नहीं होता बल्कि इसके लिए एक व्यवस्थित प्रणाली विकसित करने की आवश्यकता होती है जिस पर किसी का ध्यान नहीं है।
उन्होंने कहा कि शोध तथा विकास का काम दुनिया में विश्वविद्यालय करते हैं और विश्वविद्यालयों में इसके लिए एक बेहतर और समुचित व्यवस्था विकसित होती है लेकिन हमारे यहां सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है। विश्वविद्यालयों में सरकार अपना एजेंडा चला रही है और वहां आंदोलन हो रहे हैं इसलिए नये शोध होने की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार हमारे यहां शोध और विकास पर इस साल जीडीपी का महज 0.7 प्रतिशत खर्च हुआ है जबकि इजरायल में 4.5 प्रतिशत, जापान में चार प्रतिशत, जर्मनी में तीन प्रतिशत, अमेरिका तथा फ्रांस में दो प्रतिशत से ज्यादा इस पर निवेश हो रहा है जबकि कनाडा, चीन, रूस, दक्षिण अफ्रीका जैसे देश एक प्रतिशत से ज्यादा खर्च कर रहे हैं।