दिल्ली डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली में कोरोना के नये मामलों और इससे होने वाली मौतों पर चिंता जताई है और कहा है कि यहां आक्रामक तरीके से सर्विलांस , लोगों के संपर्क सूत्राें का पता लगाने, कंटेनमेंट और अन्य प्रतिबंधात्मक गतिविधियों को अपनाये जाने की जरूरी है।
डॉ. हर्षवर्धन ने चार जून को यहां स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, उपराज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक की। इस दौरान उन्होंने कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी जिले इस समय कोरोना से प्रभावित हैं। कईं जिलों में इस संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना पाजिटिव केसाें की संख्या में बढ़ोत्तरी और लोगों की कम जांच होना काफी चिंता का विषय है। राजधानी में प्रति दस लाख लोगों पर जांच का औसत आंकड़ा 2018 है, लेकिन कईं क्षेत्रों में विशेषकर उत्तर पूर्वी जिले में यह मात्र 517 प्रति दस लाख है और दक्षिण पूर्वी दिल्ली में यह 506 प्रति दस लाख है जो औसत से काफी नीचे है।
पिछले हफ्ते यहां मरीजों के ठीक होने की दर 25.7 प्रतिशत थी और कईं जिलों में यह 38 प्रतिशत से अधिक देखी गई है। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों के इस वायरस की चपेट में आने पर चिंता व्यक्ति की और कहा कि इससे पता चलता है कि इस संक्रमण की रोकथाम में उचित एहतियाती कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।