बिजनेस डेस्क
दिल्लीः कोरोना संकट के कारण चालू वित्त वर्ष के अप्रैल महीने में देश के कोर उत्पादन 38.1 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। पिछले महीने में इसमें नौ प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी। इस बात की जानकारी केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने 29 मई को दी।
मंत्रालय के अनुसार अप्रैल 2019 में कोर उत्पादन में 5.2 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई थी।
मंत्रालय ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण कोर उत्पादन क्षेत्र के विभिन्न भागों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। यह कमी कोयला, बिजली, सीमेंट, इस्पात, कच्चा तेल , प्राकृतिक गैस , रिफाइनरी और उर्वरक उत्पादन के क्षेत्र में दर्ज की गई है। मंत्रालय द्वारा आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2020 में कोयले का उत्पादन 15.5 प्रतिशत गिरा। मार्च 2019 से अप्रैल 2020 की अवधि के दौरान इसमें 0.4 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसी माह में कच्चे तेल के उत्पादन में 6.4 प्रतिशत की कमी आई। वित्त वर्ष 2019- 20 में कच्चे तेल के उत्पादन में 5.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। मंत्रालय के आंकड़ों में बताया गया है कि अप्रैल 2020 में प्राकृतिक गैस का उत्पादन 19.9 प्रतिशत घटा। मार्च 2019 से अप्रैल 2020 में प्राकृतिक गैस के उत्पादन में 5.6 प्रतिशत की गिरावट आई। इसी माह में रिफाईनरी के उत्पादन में 24.2 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। हालांकि वित्त वर्ष 2019- 20 में रिफाईनरी के उत्पादन में 0.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। इस महीने में उर्वरक का उत्पादन 4.5 प्रतिशत घटा, जबकि मार्च 2019 से अप्रैल 2020 के दौरान इसके उत्पादन में 2.7 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इसी माह में इस्पात के उत्पादन में 83.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि वित्त वर्ष 2019- 20 में इस्पात के उत्पादन में 3.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अप्रैल 2020 में सीमेंट का उत्पादन 86 प्रतिशत लुढका। मार्च 2019 से अप्रैल 2020 की अवधि सीमेंट के उत्पादन में 0.9 प्रतिशत की गिरावट आईष इसी महीने में बिजली के उत्पादन में 22.8 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। हालांकि वित्त वर्ष 2019- 20 में बिजली के उत्पादन में एक प्रतिशत की वृद्धि हुई है।