संवाददाताः कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है सरकार को हर हाल में खजाने का ताला खोलकर गरीबों को राहत देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण राेजी- रोजी नहीं मिलने से लाखों प्रवासी श्रमिक भूखे पेट और नंगे पांव सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल कर अपने घर जा रहे हैं। यह मंजर पूरे देश ने देखा है और यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
सोनिया ने 28 मई को एक वीडियो सन्देश जारी कर कहा कि उनके सभी सहयोगियों के साथ ही अर्थशास्त्रियों, समाजशास्त्रियों और समाज के अग्रणी लोगों ने बार-बार सरकार से आग्रह किया है कि इन पीड़ितों को राहत दें और इनके उनके घावों पर मरहम लगाएं । लॉकडाउन से मजदूर, किसान, उद्यमी और छोटे दुकानदार सभी पीडित हैं। उनकी मदद की जानी चाहिए, लेकिन केंद्र सरकार ने यह बात समझने और इस पर ध्यान देने से इंकार किया है। इस तरह से सरकार ने इनके जख्मों को और गहरा किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जब इस सलाह को नहीं माना, तो कांग्रेस ने इस तबके की आवाज बुलंद करने और सरकार पर दबाव बनाने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान चलाने का निर्णय लिया। उन्होंने केंद्र सरकार से फिर आग्रह है कि खज़ाने का ताला खोलिए और ज़रूरतमंदों को राहत दीजिये। हर परिवार को छह महीने के लिए 7,500 रुपए प्रति माह सीधे नकद भुगतान करें और उसमें से 10,000 रुपए उन्हें फौरन दें।

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