दिल्ली डेस्क
दिल्लीः देश में अब तक कोरोना के 32,42,160 सैंपलों की जांच हो चुकी है। इनमें से 1,16,041 सैंपलों की जांच 26 मई को हुई थी। ये जांच 435 सरकारी और 189 निजी प्रयोगशालाओं में की गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से 27 मई को जारी की गई एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि केन्द्र सरकार शुरू से ही कोरोना वायरस को लेेकर सतर्क थी। इसके संक्रमण को रोकने के लिए मार्च में ही लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी। अब देश में लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है। इस लॉकडाउन के काफी बेहतर नतीजे सामने आये हैं। सांख्यिकीय एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के मुताबिक लॉकडाउन के कारण देश में हजारों लोगों को संक्रमित होने तथा मौत के मुंह में जाने से बचा लिया गया है। लाॅकडाउन के दौरान सरकार ने देश में स्वास्थ्य के आधारभूत ढांच में क्षमता का काफी विस्तार किया। इस दौरान मानव संसाधनों को ऑनलाइन प्रशिक्षण मॉडयूल्स तथा वेबिनारों के जरिए प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा टेस्ट करने की क्षमता, मेडिकल उपकरणों की आपूर्ति, समय-समय पर दिशा-निर्देशों को जारी करने, विभिन्न प्रकार की कोरोना वायरस पर कारगरता, वैक्सीन शोध और समुदाय में कोरोना मामलों की निगरानी यानि सर्विलांस पर अधिक ध्यान दिया गया।