प्रखर प्रहरी डेस्क
दिल्लीः पीएम नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल और ओडिशा का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए दिल्ली से रवाना हो चुके हैं। पीएम मोदी 83 दिन बाद राष्ट्रीय राजधानी से बाहर निकले हैं। वह इन दोनों राज्यों में चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ के कारण हुई जान-माल की हानि का जायजा लेंगे। वह दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ राहत एवं पुनर्वास के उपायों पर चर्चा करेंगे।
पीएम सुबह लगभग 10:45 बजे कोलकाता पहुंचेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ राज्य का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। दोनों नेता बशीरहाट में दोपहर एक प्रशासनिक बैठक को भी संबोधित करेंगे। फिर यहां से मोदी भुवनेश्वर के लिए रवाना हो जाएंगे।
मोदी ने 21 मई को ट्वीट कर कहा था कि पश्चिम बंगाल में तूफान के कारण हुई तबाही का दृश्य देखा है। इस चुनौतीपूर्ण समय में समूचा राष्ट्र पश्चिम बंगाल के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है। राज्य के लोगों के कल्याण और भलाई की कामना करता हूं। प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति सामान्य करने के भरसक प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रही हैं। उच्च अधिकारी भी स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं। वे पश्चिम बंगाल सरकार के साथ तालमेल कर रहे हैं। प्रभावित लोगों की मदद के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जायेगी।
पश्चिम बंगाल सरकार ने तटबंधों और मकानों की मरम्मत तथा प्रभावित इलाकों में जल आपूर्ति के लिए 1000 करोड़ रुपये का कोष बनाया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता प्रदान करने की घोषणा की है।
अम्फान के कारण राज्य में 72 लोगों की माैत हुई है और संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
ओडिशा में तूफान की वजह से 10 उत्तरी जिलों के 44 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। तूफान ने एक लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि में खड़ी फसल तबाह कर दी है।
राज्य सरकार ने बताया कि 6745 गांवों की 1500 ग्राम पंचायत और 89 खंडों में भारी नुकसान हुआ है।