बिजनेस डेस्क

मुंबईः आरबीआई ने आम आदमी और कारोबारियों पर लॉकडाउन के असर को देखते हुए कई अहम घोषणाएं की है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने 22 मई को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बताया कि लोन की किश्त चुकाने में तीन महीने की जो छूट जो मार्च में दी गई थी, उसे अगले तीन  महीने और बढ़ा दिया गया है। ब्जाय दरों में कमी लाने के लिए रेपो रेट 0.40 अंक की कमी की गई है।

वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते संकट की वजह से आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की 22 मई को एक एक विशेष बैठक बुलाई गई। इस बैठक में कई अहम फैसले लिये गये, जिसकी जानकारी आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने में मदद के उद्देश्य से रेपो रेट में 0.40 आधार अंकों की कटौती की गई है। अब रिपो दर 4 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने बताया कि देश में इस बार मानसून, विनिर्माण , कृषि उपज, कच्चे तेल, धातु आदि की आने वाले दिनों में स्थिति पर भी विस्तार से विचार विमर्श किया गया है। उन्होंने बताया कि समिति ने पिछले तीन दिन में कोरोना संकट की वजह से बने घरेलू और वैश्विक माहौल की समीक्षा की और इसके बाद ये फैसले लिये गये।
आपको बता दें कि लॉकडाउन के दौरान में यह दूसरा मौका है, जब  आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती की है। इससे पहले 27 मार्च को रेपो दर में 0.75 फीसदी कटौती की गी थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here