abhishek manu singhvi

संवाददाता

दिल्लीः कांग्रेस ने कहा है कि कोरोना को रोकने के लिए लॉकडाउन आवश्यक है, लेकिन सरकार ने इसे सोचे समझे लागू किया। बिना किसी ठोस योजना कारण देश को को इस अवधि में लाभ होने की बजाय हानि उठाना पड़ा है।
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने 20 मई यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने लॉकडाउन तो लागू किया लेकिन इससे पहले यह नहीं सोचा कि प्रवासी मजदूरों को उनके घरों में भेज देना चाहिए ताकि उन्हें बेवजह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि पीए नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन लागू करने के लिए सिर्फ चार घंटे का समय दिया। इससे यह साबित होता है कि इसे बिना सोचे समझे लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान लोगों की नौकरी गई हैं। बेरोजगारी बढ़ी है। अर्थव्यवस्था पर नजर रखने वाली संस्था सीएमआईई के तीन मई के आंकड़े के अनुसार देश में बेरोजगारी रिकार्ड 27.1 प्रतिशत पर है। भारत में बेरोजगारी अमेरिका की तुलना में चार गुना ज्यादा है। सीएमआईई के आंकडों के अनुसार इस अवधि में 12.2 करोड़ लोगों की नौकरी गई हैं। नौ करोड़ से ज्यादा छोटे कारोबारी बेरोजगार हुए हैं।
सिंधवी ने कहा कि 25 मार्च  को देश में कोविड-19 के 618 मामले थे, जो तीन मई तक 28070 तथा 18 मई तक 257 प्रतिशत की दर से एक लाख तक पहुंच गये। इसी तरह से मृतकों की संख्या इस अवधि में 3.8 प्रतिशत की दर से 13 से बढ़कर 3163 हो गई है।

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