संवाददाताः वैश्विक महामारी कोरोना की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन 4.0 का आज पहला दिन है, लेकिन इसके पहले दिन ही हालात बेकाबू हो गये। 18 मई सुबह उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और मेरठ में प्रवासी श्रमिकों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिन्हें संभालने के लिए पुलिस तथा प्रशासनिक टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी।

प्रवासी मजदूरों की जांच और उनके खाने-पीने की व्यवस्था करना भी प्रशासन के लिए चुनौती है। गाजियाबाद के घंटाघर रामलीला मैदान तथा कवि नगर रामलीला मैदान में ट्रेन से बिहार जाने वाले प्रवासी श्रमिकों की थर्मल स्क्रीनिंग और पेपर वेरिफिकेशन की व्यवस्था की गई है। मौके पर प्रशासनिक अमला होने के बावजूद यहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई। हालांकि, प्रशासन ने लोगों को समझा बुझाकर शांत किया। कवि नगर रामलीला मैदान में भी प्रवासी श्रमिकों की भीड़ उमड़ी। इन सभी लोगों को बसों तथा ट्रेनों के माध्यम से इनकी मंजिल तक पहुंचाया जाएगा। 

उधर, प्रवासी का कहना है कि इन्हें सरकारी बस नहीं चाहिए। इन्हें घर जाना है। बस बॉर्डर खोल दें, हम खुद चले जाएंगे। उधर, पुलिस ने दिल्ली से सटी सीमा पर सख्ती बढ़ा दी है। कई बाइक और कार सवारों को पास होने के बावजूद जाने से रोक दिया गया। इसका कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करना बताया गया। चेकिंग की वजह से यहां वाहनों की लंबी लाइन लगी रही।

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