संवाददाताः कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है इस समय सबसे बड़ी जरूरत कोरोना वायरस को हराने के लिए लॉकडाउन को सावधानी से जारी रखने और कारोबारी गतिविधियों को शुरू करने की है। साथ ही गरीब की जेब में पैसा डालकर मांग एवं आपूर्ति को बनाए रखने आवश्यता है।
राहुल ने 15 को क्षेत्रीय मीडिया के प्रतिनिधियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत में कहा कि गरीबों की जेब में पैसा डालना जरूरी है, क्योंकि मांग और आपूर्ति की चेन को बनाए रखना आवश्यक है। सरकार को देश के गरीबों, खेतिहर मजदूरों, प्रवासी श्रमिकों तथा किसानों की जेब में नकद पैसा डालकर उन्हें खरीदारी के लिए सक्षम बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण आर्थिक संकट बढ़ गया है और इसे खत्म करने के लिए लॉकडाउन को समझदारी से हटाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को हटाना और लगाना एक जटिल प्रक्रिया है। लॉकडाउन खोलने की बात हो रही है। यदि इसे बिना सोचे समझे खोल दिया गया तो नुकसान होगा। इसलिए सोच- समझ के तथा लोगों को सुरक्षित रखते हुए यह कदम उठाना चाहिए। । प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की जरूरत है। उनको नकद पैसा देने और सक्षम बनाने की आवश्यकात है।
राहुल ने कहा कि मोदी सरकार कोरोना से संबंधित कई फैसलों में विदेशों की नकल कर रही है। हमें हिंदुस्तान के दिल को देखकर निर्णय लेना चाहिए, विदेश को देखकर कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए। कोरोना संकट में मांग और आपूर्ति दोनों बंद हैं। सरकार को दोनों को गति देनी है। सरकार ने जो कर्ज पैकेज की बात कही है, उससे मांग शुरू नहीं होने वाली है, क्योंकि, बिना पैसे के लोग खरीदारी कैसे करेंगे। मांग को शुरू करने के लिए पैसा देने की जरूरत है और ‘न्याय’ जैसी योजना इसमें मददगार साबित हो सकती है। मांग शुरू न होने पर बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान होने की संभावना है, जो कोरोना से भी बड़ा हो सकता है।