दिल्ली डेस्कः केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने अंतरराष्ट्रीय नर्स डे के मौक पर नर्सों की सेवा भाव की प्रशंसा की है और कहा है कि नर्स, दाइयां और अन्य चिकित्साकर्मियों की स्वार्थहीन सेवा, योगदान तथा मेहनत हमेशा से सराहनीय तथा सभी देश के चिकित्सा ढांचे की धुरी हैं।
डॉ. हर्षवर्धन ने12 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये देशभर के नर्सिंग कार्यक्रमों की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह दिवस फ्लोरेंस नाइटेन्गेल का 200 वां जन्म दिवस भी है और इस लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण है कि अंतरराष्ट्रीय विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वर्ष को अंतरराष्टीय नर्स और दाई दिवस घोषित किया है। उन्होंने नर्सों को संबोधित करते हुए कहा कि आपके काम और स्वास्थ्य आपूर्ति प्रणाली में आपके ईमानदार योगदान की गहराई को परिभाषित नहीं किया जा सकता है और यही आपकी प्रतिबद्धता है। आपकी दयालुता, समर्पण और मानवीय भावनाओं के लिए आपको धन्यवाद। आपने हमेशा मरीजों के हितों को पहले माना है। इस महामारी के दौरान भी आप लोग लगातार काम कर रही हैं और नर्सों तथा अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के बिना हम इस तरह की महामारियों के खिलाफ लड़ाई नहीं जीत पाएंगे और न ही हम सार्वजनिक स्वास्थ्य कवरेज और सतत विकास के उद्देश्यों को हासिल कर पाएंगे।
डॉ हर्षवर्धन ने कोरोना महामारी से लड़ने में नर्सों के योगदान की सराहना की और कहा कि आज मुझे रक्षा स्टॉफ पुणे की जिनमें श्रीमती ज्योति विठाल, सहायक मेट्रन, पुणे की श्रीमती अनिता गोविंदराव राठौड़, और ईएसआई अस्पताल झिलमिल पूर्वी दिल्ली की नर्सिंग अफसर श्रीमती मारग्रेट के बारे में स्मरण कराया गया जिन्होंने अपने कर्तव्य के लिए जान की बाजी लगा दी है। मैं इनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और इस महामारी से लड़ने में आप जिस साहस के साथ लगी हुई हैं, उसे बनाएं रखें और आवश्यक सावधानी बरतें तथा जरूरी दिशा-निर्देशों को पालन करती रहें।