विशाखापट्टनमः आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने एली पॉलिमर्स केमिकल प्लांट में हुए हादसे में मारे लोगों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
जगन रेड्डी ने किंग जॉर्ज अस्पताल में इस हादसे के कारण बीमार हुए लोगों तथा उनके परिजनों से मुलाकात के बाद मीडियाकर्मियों से कहा कि इस घटना में गंभीर रूप से बीमार एवं वेंटिलेटर पर भर्ती मरीजों को 10-10 लाख रुपये दिये जायेंगे, जबकि उन प्रभावितों को एक-एक लाख रुपये सहायता राशि दी जाएगी जिनका इलाज दो से तीन दिनों तक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस हादसे में मामूली रूप से बीमार उन लोगों को 25-25 हजार रुपये दिये जायेंगे जो या तो प्रभावित हैं या जिनका अस्पतालों में प्राथमिक उपचार किया जाएगा। वह बीमार लोगों का हालचाल जानने के लिए विजयवाड़ा से यहां पहुंचे थे।
सीएम ने कहा कि गैस लीक घटना की जांच के लिए पर्यावरण एवं वन विभाग के विशेष मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है। इस समिति में विशाखापट्टनम के जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त समेत अन्य लोगों को शामिल किया गया है। इस समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य सरकार आगे की कार्रवाई करेगी।  उन्होंने आश्वस्त किया कि गैस लीक हादसे में मृतकों के परिजनों को हर हाल में एक-एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि देखना होगा कि गैस लीक के लिए जिम्मेदार एलजी पॉलिमर केमिकल कंपनी प्रभावित लोगों को कितनी सहायता राशि देती है।   उन्होंने कहा कि कंपनी की ओर से मृतकों के परिजनों को दी जाने वाली सहायता राशि में राज्य सरकार अपनी ओर से भी योगदान देगी।
उन्होंने कहा कि इस हादसे से आर आर वेंकटपुरम-1, वेंकटपुरम II, एसटीबीसी, नंदमुरी नगर और पद्मनाभपुरम कॉलोनियां प्रभावित हुई हैं। उन्होंने कहा कि इन कॉलोनियों में रह रहे 15000 लोगों को 10-10 हजार रुपये सहायता राशि दी जाएगी क्योंकि वे गैस लीक के दौरान मानसिक तनाव से गुजरे हैं।  उन्होंने कहा कि इस हादसे में मारे गये पशुओं के लिए भी अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गैस लीक से 348 पशु प्रभावित हुए हैं जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से घटना की जांच के लिए गठित समिति गहराई से छानबीन करेगी तथा भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए उपायों का भी सुझाएगी।  

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