बिजनेस डेस्क
दिल्लीः वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण अप्रैल में देश के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है।
आईएचएस मार्किट द्वारा छह मई को जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार सेवा कारोबार गतिविधि सूचकांक विदेशी तथा घरेलू मांग में गिरावट के कारण अप्रैल में घटकर 5.4 प्रतिशत पर रह गया। मार्च में यह 49.3 प्रतिशत था। आपको बता दें कि सूचकांक का 50 से नीचे रहना गतिविधियों में कमी और इससे ऊपर रहना वृद्धि को दर्शाता है। यह गिरावट एजेंसी द्वारा किये गये 14 सालों के सर्वेक्षण के इतिहास में सबसे तेज गिरावट है।
आईएचएस मार्किट के अर्थशास्त्री जो हेज ने कहा है कि अप्रैल में देश की सेवा क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में माह दर माह आधार पर अब तक की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गयी है। चालीस अंकों से अधिक की यह गिरावट दिखाती है कि लॉकडाउन के कड़े प्रतिबंधों के कारण इस क्षेत्र में लगभग ठहराव आ गया है।
सर्वे में हिस्सा लेने वाले 97 प्रतिशत कंपनियों ने बताया कि उनके कारोबार में कमी आयी है। अंतरराष्ट्रीय बिक्री का सूचकांक घटकर शून्य पर आ गया। कई क्लाइंटों ने पुराने ऑर्डर भी रद्द किये हैं।