मुंबईः डॉलर की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ोतरी होने से अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 43 पैसे लुढ़ककर 16 अप्रैल को 76.87 रुपये प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ।
भारतीय मुद्रा लगातार दूसरे दिन कमजोर हुई है। गत कारोबारी दिवस पर यह 15 पैसे टूटकर 76.44 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुई थी।
16 अप्रैल को रुपया शुरू से ही दबाव रहा। 16 अप्रैल को यह 31 पैसे की गिरावट में 76.75 रुपये प्रति डॉलर पर खुला था और उतार-चढ़ाव से होता हुआ कारोबार की समाप्ति तक यह 76.87 रुपये प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर तक फिसलकर बंद हुआ।
दुनिया की अन्य छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के सूचकांक में 0.40 प्रतिशत की तेजी देखी गई। डॉल की मांग में बढ़ोतरी की मुख्य वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत ढाई फीसदी की वृद्धि रही।
इम्फालः मणिपुर में 03 महिलाओं और 03 बच्चों के शव मिलने के बाद हिंसक प्रदर्शन जारी हैं। इस बीच सरकार…
दिल्लीः खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में आरोपी विकास यादव ने अपनी जान को खतरा बताया…
संवाददाताः संतोष कुमार दुबे गुरुग्रामः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा है कि आज कर…
स्पोर्ट्स डेस्क8 ICC यानी इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने पीओके यानी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चैंपियंस ट्रॉफी का टूर…
दिल्लीः अब विद्यार्थी दो साल में ही ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर सकेंगे। UGC यानी यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन अगले अकादमिक…
संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने गुरुवार को कहा है कि पुण्यश्लोक…