सवांददाता::आशीष कुमार
आरा : जिसका कोई नाहींउसक खुदा है यारों,आपने ये गीत जरूर सुना होगा ,लेकिन बक्सर की एक प्रसूता और उनके परिजन इस गीत में एक नई गीत शामिल कर लिए है ।*जिसका कोई नही उसका जिलाधिकारी है यारो ।
हुआ यूं कि बक्सर सदर अस्पताल में एक प्रसूता महिला का जैसे ही आपरेशन की तैयारी की गई ,उस वक़्त बिहोश करने वाले चिकित्सक नदारद मिले। इस बात की सूचना परिजनों ने जिलाधिकारी को मोबाइल द्वारा दिया । तत्काल किसी भी तरह की ब्यवस्था नही होते देख जिलाधिकारी बक्सर ने परोसी जिलाधिकारी आरा से आग्रह किया कि एक प्रसूति को भेज रहा हु ,उचित ब्यवस्था करवा दीजिये ।
आपको बताते चले प्रसूति महिला बक्सर जिले के सेमरी प्रखंड अंतर्गत गायघाट निवासी सूरज यादव की पत्नी है। मिली जानकारी के मुताबिक प्रसव वेदना से पीड़ित प्रसूता को प्रसव के लिए शनिवार को बक्सर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां देर रात चिकित्सक ने प्रसव के लिए ऑपरेशन की बात बताई। कितु उस समय उक्त अस्पताल में ऑपरेशन से पहले बिहोश चिकित्सक उपलब्ध नहीं थे। ऐसे में अस्पताल के चिकित्सक व प्रबंधक के अलावा प्रसूता के स्वजनों की भी सांसे अटक गई। ऑपरेशन की सारी तैयारियां धरी की धरी रह गई ।बक्सर जिलाधिकारी के पहल पर आरा सदर अस्पताल में ऑपरेशन के लिए लाया गया।
भोजपुर जिलाधिकारी ने इस मामले को वरीयता से लेते हुवे इसकी सूचना सिविल सर्जन को दिया तथा कहा कि प्रसूता का ख्याल रखा जाय साथ ही ठंड को देखते हुवे रात्रि के समय चिकित्सको का दायित्व निर्वाह का आदेश भी पारित किया ।
महिला चिकित्सक डॉ. मधुबाला सिन्हा,चिकित्सक डॉ. उदय कुमार तथा अस्पताल के एक कर्मचारी शिव शिष्य अजय कुमार की मौजूदगी में सफल ऑपरेशन हुआ।
तो अब ये गीत आप भी गुनगुनाइए ,जिसका कोई नही है उसका खुदा के साथ साथ आलाधिकारी भी है यारो ।