रायपुरः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 27 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिष्टर के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा है कि भाई को भाई से लड़ाने से कभी देश का भला नहीं होगा।
उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर बिना नाम लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि बगैर सभी धर्म,जाति,आदिवासी.दलित,पिछड़े के साथ के देश और अर्थव्यवस्था को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है। उन्होने कहा कि हर व्यवस्था को मजबूत करने में गरीब,किसान,मजदूर मिलकर योगदान करते हैं। महज 10 से 15 औद्योगिक परिवारों को सब कुछ देकर आप हिन्दुस्तान को आगे नहीं बढ़ा सकते हैं।
उन्होने कहा कि देश के हालात आज क्या है,सभी को पता है। किसान परेशान है,बेरोजगारी चरम पर है और अर्थव्यवस्था की स्थिति बहुत ही खराब है। उन्होंने सीएए और एनपीआर के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि तोड़ने से कुछ नहीं बनाया जा सकता है।अनेकता से ही एकता बनती है। अनेकता में एकता हमारे देश की खूबी है और इसी के साथ आगे बढ़ना है। उन्होने छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा आयोजित आदिवासी नृत्य महोत्सव को सार्थक प्रयास बताते हुए इससे आदिवासियों के इतिहास एवं संस्कृति को जानने का मौका मिलेगा।
राहुल गांधी ने कहा कि देश में आदिवासियों को तमाम समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। उन्हेम खुशी है कि राज्य कांग्रेस की सरकार में आदिवासियों की आवाज सुनाई पड़ रही है। राज्य सरकार ने आदिवासियों के हित में तेदूपत्ता बोनस और जमीन वापसी जैसे कई अहम कदम उठाए है। उन्होने राज्य के आदिवासी अंचल में नक्सल हिंसा में आई कमी पर भी सन्तोष जताया।
इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार जहां सीएए तथा एनपीआर जैसे कदमों से देश को जलाने का काम कर रही है, वहीं उनकी सरकार आदिवासी नृत्य महोत्सव जैसे आयोजन कर विविधता में एकता को मजबूत करने का काम कर रही है। उऩ्होने राज्य के नक्सल प्रभावित आदिवासी बाहुल दंतेवाड़ा जिले में 60 प्रतिशत आबादी के गरीबी रेखा से नीचे होने का उल्लेख करते हुए अगले चार सालों में इसे राष्ट्रीय औसत 22 प्रतिशत से कम पर पहुंचाने का संकल्प लिया।
इससे राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,विधानसभा अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत,पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के साथ दीप प्रज्जवलित कर आदिवासी नृत्य महोत्सव का शुभारंभ किया।इस मौके पर राहुल ने कांग्रेस नेताओं के साथ ढोल बजाते हुए नृत्य भी किया। इस महोत्सव में छह देशों तथा 25 राज्यों के लोक कलाकार हिस्सा ले रहे हैं।