अमेरिका में सेना 2020 में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में रूसी हस्तक्षेप से निपटने की तैयार में जुट गयी है। इसके लिए सेना सूचना आधारित युद्ध रणनीति विकसित कर रही है।
वाशिंगटन पोस्ट ने 25 दिसंबर को अपनी एक रिपोर्ट में मौजूदा और पूर्व अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा है कि यदि राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप नहीं रुकता है तो अमेरिकी सेना की साइबर कमान रूस के वरिष्ठ नेताओं की निजी जानकारियों पर हमला करेगी। हालांकि इस हमले में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को शामिल नहीं किया जाएगा।
अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने पिछले सप्ताह संवाददाताओं से कहा था कि 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में किसी भी प्रकार के बाहरी हस्तक्षेप को रोकने के लिए रक्षा मंत्रालय ने सेना की साइबर कमान के जरिए एक रणनीति बनाई है।
आपको बता दें कि अमेरिका ने राष्ट्रपति पद के पिछले चुनाव में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए कुछ रूसी नागरिकों और संस्थाओं पर कई प्रतिबंध लगाए हैं। उधर, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इसी महीने वाशिंगटन में इन आरोपों को निराधार करार दिया था।