दिनांक 25 दिसम्बर 2019
दिन – बुधवार
विक्रम संवत – 2076
शक संवत – 1941
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शिशिर
मास – पौष (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मार्गशीर्ष)
पक्ष – कृष्ण
तिथि – चतुर्दशी सुबह 11:17 तक तत्पश्चात अमावस्या
नक्षत्र – ज्येष्ठा शाम 04:42 तक तत्पश्चात मूल
योग – गण्ड रात्रि 11:26 तक तत्पश्चात वृद्धि
राहुकाल – दोपहर 12:27 से दोपहर 01:46 तक
सूर्योदय – 07:14
सूर्यास्त – 18:02
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण – तुलसी पूजन दिवस, दर्श अमावस्या
विशेष – चतुर्दशी और अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण मंत्र
26 दिसम्बर 2019 को सूर्यग्रहण यह ग्रहण उत्तर भारत में खंडग्रास व दक्षिण भारत में कंकणाकृति के रूप में नजर आएगा | (मुंबई व सूरत में ग्रहण सुबह – 08:04 से 10:56 तक)
जब भी सूर्य ग्रहण हो तो एक माला इस मंत्र की करें :-
मंत्र – ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम: |…. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:| …. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:
और चंद्र ग्रहण हो तो एक माला नीचे मंत्र की करें :-
मंत्र – ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम: | …. ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम: | …. ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:
ग्रहण के समय उसके देवता का मंत्र जप
ग्रहण का समय हो तो उस समय ग्रहण के देव का नाम जप करने से उस ग्रह का माने सूर्य या चन्द्र का विशेष आशीवार्द प्राप्त होते हैं चन्द्र ग्रहण में चन्द्र देव का मंत्र …
ॐ सोमाय नमः
ॐ रोहिणी कान्ताय नमः
ॐ चन्द्रमसे नमः
फिर चन्द्र देव की स्तुति का श्लोक
” दधीशंख: तुषाराभम् क्षीरोरदार्णव संनिभम्,
नमामि शशिनं सोमं शम्भोर्मुकुटभूषणम् ”
फिर चन्द्र गायत्री मंत्र बोलें …
” ॐ अमृतान्गाय विदमहे कलारुपाय धीमहि तन सोमः प्रचोदयात ”
और अगर सूर्य ग्रहण हो तो सूर्य गायत्री मंत्र है ।
” ॐ आदित्याय विदमहे भास्कराय धीमहि तन भानु प्रचोदयात ”
नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए
घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।
अमावस्या
अमावस्या के दिन जो वृक्ष, लता आदि को काटता है अथवा उनका एक पत्ता भी तोड़ता है, उसे ब्रह्महत्या का पाप लगता है (विष्णु पुराण)
शनि और पितृदोष से छुटकारा पाने के लिए उड़द या उड़द की छिलकेवाली दाल, काला कपड़ा, तला हुआ पदार्थ एवं दूध गरीबों में दान करें ।
धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए
हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।
सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।
विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।
आहुति मंत्र 🔥
१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः
२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः
३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः
४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः
५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः
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