थाई राजदूत शुतिनथोन खोंगसक के नेतृत्व में वहां का छह सदस्यीय दल सोमवार का नैनीताल पहुंचा। नैनीताल के दौरे पर आये एक दल ने थाई राजकुमारी के प्रस्तावित दौरे को लेकर प्रशासन के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में राजकुमारी की संभावित यात्रा को लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गयी। बैठक में मुख्य रूप से राजकुमारी की सुरक्षा के अलावा हवाई यातायात की संभावनाओं पर विचार किया गया। सूत्रों के अनुसार राजकुमारी उबोलरत्ना 10 फरवरी से 14 फरवरी के बीच उत्तराखंड भ्रमण पर आ सकती हैं। इसी दौरान वे नैनीताल भ्रमण पर आ सकती हैं। नैनीताल की यात्रा को लेकर थाई दल ने हवाई यातायात की संभावनाओं का जायजा लिया। जिला प्रशासन की ओर से भी थाई दल के सदस्यों को बताया कि बड़ा हवाई जहाज नैनीताल या आसपास की जमीं पर उतरना मुश्किल है। इस दौरान थाईलैंड की राजकुमारी आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान एवं शोध संस्थान (एरीज) और उत्तराखंड ओखलकांडा के देवस्थल में लगी एशिया की सबसे बड़ी दूरबीन देखने का भी कार्यक्रम है